दो घंटे बाद पेश किया बिल, लेकिन इनवॉइस नम्बर व ट्रक नम्बर अलग
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गुटखा सीकर से जीएसटी चोरी कर नागौर लाया गया। नागौर में पुलिस ने जब गोदाम को सील कर दिया तो एजेंसी मालिक ने रातों रात फर्जी बिल मंगवाया, लेकिन उसके फर्जीवाड़े का खुलासा हाथों हाथ हो गया। दरअसल, पुलिस ने कार्रवाई 20 जनवरी की रात साढ़े 10 बजे की, लेकिन जो बिल मंगवाया गया, उसमें तारीख 21 जनवरी की दर्ज की गई थी। साथ ही बिल में ट्रक के जो नम्बर दर्शाए गए थे, वो मौके पर जब्त किए गए ट्रक से अलग थे। इसके बाद एजेंसी मालिक ने दूसरा बिल पेश किया, लेकिन उसमें भी ट्रक के नम्बर अलग थे।
बड़े स्तर पर हो रही है जीएसटी चोरी
केन्द्र सरकार ने भले ही जीएसटी लागू कर दी, लेकिन नागौर में बड़े व्यापारी बड़े स्तर पर जीएसटी की चोरी कर रहे हैं। रविवार रात को पकड़े गए बिना बिल के करीब 25 लाख रुपए के गुटखे की जानकारी देने के बावजूद विभागीय अधिकारियों ने कार्रवाई में रुचि नहीं दिखाई। वाणिज्य कर विभाग एवं जीएसटी से जुड़े अधिकारी मार्च में लक्ष्य पूरा करने के लिए कुछ कार्रवाई करते हैं, अन्यथा सालभर व्यापारी बड़े स्तर पर टेक्स चोरी कर माल मंगवाते हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती।