अंदर ही अंदर यह जरूर तय हो गया है कि लोकसभा में जो गठबंधन किया गया था, उसका पूरा सम्मान किया जाएगा। गठबंधन के तहत चुनाव किस रूप में लड़ा जाए। इसे अंतिम रूप देने के लिए भाजपा और रालोपा नेताओं की एक बैठक और होनी है और भाजपा आलाकमान से हरी झंडी मिलने के बाद गठबंधन की घोषणा होगी। आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल का कहना है कि हम चाहते हैं कि कांग्रेस मुक्त राजस्थान हो, इसलिए गठबंधन के साथ हम चुनाव लड़े। बेनीवाल ने कहा कि खींवसर आरएलपी की राजधानी है। मैं वहां से विधायक भी था। पार्टी का संयोजक भी हूं। मान्यता भी वहीं से ही मिली। वहीं मंडावा में भाजपा चुनाव जीती थी, इसलिए मंडावा में भाजपा का उम्मीदवार हो। आरएलपी उसको समर्थन करेगी।
दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ता खींवसर सीट पर गठबंधन के साथ चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं का दावा है कि वो खींवसर से सीट निकाल लेंगे। खींवसर की जनता गठबंधन नहीं चाहती। ऐसे में अगली बैठक में देखना होगा कि भाजपा आलाकमान क्या फैसला लेंगे? प्रदेश की दो विधानसभा सीटों खींवसर और मंडावा में उपचुनाव को लेकर सोमवार को अधिसूचना जारी हो गई। इसी के साथ नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। खींवसर हनुमान बेनीवाल और मंडावा नरेन्द्र कुमार के सांसद बन जाने के कारण खाली हुई थी। नामांकन की अंतिम तिथि 30 सितंबर होगी। जांच 1 अक्टूबर तक तथा 3 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 21 अक्टूबर को मतदान और 24 अक्टूबर को मतगणना होगी।