कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है राजस्थान के बागौर ज़िले में। जहां एक सामाजिक आयोजन में समाज को आगे बढ़ाने के लिए दो से अधिक संतान पैदा करने पर ज़ोर दिया गया। रविवार को हुए इस सामाजिक कार्यक्रम में आबादी बढ़ाने का आह्वान किया गया।
ये मौक़ा माहेश्वरी पंचायत पोल में मूर्ति अनावरण कार्यक्रम का था। इस दौरान दो से अधिक संतान होने पर समाज की ओर से एफडी करवाने और उन्हें सम्मानित करने का भी ऐलान हुआ। माहेश्वरी समाज के मध्य राजस्थान प्रांत के अध्यक्ष केसरीचंद तापडिय़ा ने कहा कि माहेश्वरी समाज में अप्रेल 2018 के बाद जिन दंपती के तीसरी संतान होगी, उन बच्चों के नाम महासभा की ओर से 50 हजार की एफडी कराई जाएगी। इसी तरह चौथी संतान पर 1 लाख तथा 5वीं पर 2 लाख रुपए की एफडी करवाएगी।
उन्होंने कहा कि पूर्व में समाज की जनसंख्या 20 लाख थी। उसके बाद 15 लाख हुई और अब 10 लाख से भी कम रह गई है। इसलिए इस प्रकार का निर्णय लेना पड़ा। तापडिय़ा बालाराम राठी हॉल में बालाराम मूर्ति स्थापना व अनावरण कार्यक्रम के बतौर विशिष्ट अतिथि थे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अखिल भारतीय माहेश्वरी महासभा के अध्यक्ष संदीप काबरा थे।
बीजेपी नेता ने भी दिया था विवादित बयान
हाल ही में एक बीजेपी नेता ने जनसंख्या मामले में विवादित बयान दिया था। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली विधानसभा से विधायक विक्रम सैनी ने स्वास्थ्य विभाग के संदेश ‘हम दो हमारे दो’ पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि अब इस संदेश का कोई फायदा नहीं है, क्योंकि हमारे कुछ भाई तो एक पर ही रुक गए हैं जबकि कुछ हम दो हमारे 18 और हम पांच हमारे पच्चीस हो रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह सभी के लिए होना चाहिए यह देश सबका है और देश सबका है तो सबके लिए कानून भी एक ही होना चाहिए।
विधायक ने कहा था कि जब तक कानून नहीं बनता हिंदू भाइयों आपको छूट है। तबतक रुकना मत। कानून बनेगा तो सबके लिए बनेगा। विक्रम सैनी इतने पर नहीं रूके। उन्होंने आगे कहा कि जब मेरे दो बच्चे हुए तो घरवाली ने कहा कि तीसरा बच्चा नहीं बस, मैने कहा कि अभी नहीं अभी तो चार पांच और होंगे। इस दौरान मंच पर जो लोग मौजूद थे वो ठहाके लगाकर हंसने लगे।
दुनिया का सबसे ज़्यादा आबादी वाला शहर होगा दिल्ली!
भारत की जनसंख्या एक चिंता का विषय है, लेकिन जिस तेजी से दिल्ली की आबादी बढ़ रही है वो काफी हैरान करने वाली है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी ये मान लिया है कि अगर इसी तेजी से दिल्ली की आबादी बढ़ती रही तो 2028 तक दिल्ली दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाली सिटी होगी।
भारत की जनसंख्या एक चिंता का विषय है, लेकिन जिस तेजी से दिल्ली की आबादी बढ़ रही है वो काफी हैरान करने वाली है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी ये मान लिया है कि अगर इसी तेजी से दिल्ली की आबादी बढ़ती रही तो 2028 तक दिल्ली दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाली सिटी होगी।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने ये अनुमान लगाया है कि 2028 के आसपास दिल्ली दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला शहर हो सकता है। इसके अलावा 2050 तक दुनिया की शहरी आबादी में भारत का योगदान सबसे अधिक होने के आसार हैं। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2050 तक दुनिया की 68 फीसदी आबादी शहरी क्षेत्रों में रहने का अनुमान है। इस समय दुनिया की 55 प्रतिशत आबादी शहरी क्षेत्रों में रहती है।
भारत में सबसे बड़ी ग्रामीण आबादी है
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2028 के आसपास दिल्ली के दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला शहर बनने का अनुमान है। इसमें कहा गया है कि 2028 में नई दिल्ली की अनुमानित आबादी का आकार लगभग 3.72 करोड़ है, जो टोक्यो के 3.68 करोड़ से अधिक है। भारत की सबसे बड़ी ग्रामीण आबादी (89.3 करोड़) है। इसके बाद चीन की (57.8 करोड़) है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2028 के आसपास दिल्ली के दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला शहर बनने का अनुमान है। इसमें कहा गया है कि 2028 में नई दिल्ली की अनुमानित आबादी का आकार लगभग 3.72 करोड़ है, जो टोक्यो के 3.68 करोड़ से अधिक है। भारत की सबसे बड़ी ग्रामीण आबादी (89.3 करोड़) है। इसके बाद चीन की (57.8 करोड़) है।