नागौरPublished: Sep 01, 2019 11:54:55 am
Sharad Shukla
Nagaur patrika latest news.नागौर में मेडिकल कॉलेज की संभावनाओं को खंगालने पहुंचा अधिकारियों का दलNagaur patrika latest news
Now medical college has also come in Nagaur district
Nagaur patrika latest news. नागौर. जिला मुख्यालय में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की संभावनाओं को तलाशने के लिए निदेशालय से अधिकारियों की टीम नागौर पहुंची। यहां जेएलएन में वार्डों की स्थिति आदि देखने के साथ ही भूखण्ड उपलब्धता का आंकलन कर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई बैठक में इससे जुड़े सभी बिंदुओं पर चर्चा हुई। प्रावधान के तहत 25 एकड़ की जगह केवल 21 एकड़ की उपलब्धता पर प्रशासन की ओर से तत्काल ही निदेशालय के अधिकारियों से अस्पताल के ठीक सामने स्थित 50 बीघा का भूखण्ड दिए जाने पर सहमति जता दी। आए हुए अधिकारियों ने कहा कि वह जल्द ही इसकी रिपोर्ट बनाकर भेज देंगे। उम्मीद है कि इस पर काम भी शुरू हो जाएगा। मेडिकल कॉलेज बनने के बाद फिर स्थानीय स्तर पर लोगों को न केवल उच्च स्तरीय जांचों की सुविधाएं मिलने लगेंगी, बल्कि बीकानेर, जयपुर एवं जोधपुर आदि जिलों में रेफर किए जाने पर भी काफी हद तक विराम लग जाएगा।
ली सुविधाओं की जानकारी
दल में राजस्थान स्टेट रोड डेलवपमेंट कार्पोरेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरुण माथुर, प्रोजेक्ट आफिसर अनिल हिंगोरानी एवं एसोसिएट प्रोफेसर डायरेक्टर मेडिकल एजूकेशन जयपुर से डॉ. करनानी थे। इनके साथ सीएमएचओ डॉ. सुकुमार कश्यप, एडीशनल सीएमएचओ डॉ. शीशराम चौधरी आदि भी थे। अधिकारियों के दल ने पीएमओ डॉ. वी. के. खत्री से अस्पताल की आधारभूत सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इसके बाद वार्डों की स्थिति भी देखी गई। इस दौरान पांच साल में ओपीडी में आए, और उपचारित रोगियों की संख्या, पांच सालों में हुई डिलीवरियां, वार्डों में बेड की संख्या आदि के रिकार्ड मंगाए जाने के साथ उनकी यहीं पर स्क्रीनिंग की गई। वर्तमान में रोगियों की हो रही विभिन्न प्रकार के जांचों की स्थिति, रोजाना का सामान्यत: रहने वाला आउटडोर के बारे में जानकारी प्राप्त करना भी जांच बिंदु में शामिल रहा।
जिले में वर्ष 2015 से चल रही मेडिकल कॉलेज खोले जाने की संभावना अब साकार होती नजर आने लगी है। केन्द्र की ओर से भी 300 बेड वाले अस्पतालों में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की घोषणा होने के बाद निदेशालय से अधिकारियों की टीम दोपहर में करीब साढ़े 12 बजे नागौर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय पहुंची। दल में राजस्थान स्टेट रोड डेलवपमेंट कार्पोरेशन के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अरुण माथुर, प्रोजेक्ट आफिसर अनिल हिंगोरानी एवं एसोसिएट प्रोफेसर डायरेक्टर मेडिकल एजूकेशन जयपुर से डॉ. करनानी थे। इनके साथ सीएमएचओ डॉ. सुकुमार कश्यप, एडीशनल सीएमएचओ डॉ. शीशराम चौधरी आदि भी थे। अधिकारियों के दल ने पीएमओ डॉ. वी. के. खत्री से अस्पताल की आधारभूत सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। इसके बाद वार्डों की स्थिति भी देखी गई। इस दौरान पांच साल में ओपीडी में आए, और उपचारित रोगियों की संख्या, पांच सालों में हुई डिलीवरियां, वार्डों में बेड की संख्या आदि के रिकार्ड मंगाए जाने के साथ उनकी यहीं पर स्क्रीनिंग की गई। वर्तमान में रोगियों की हो रही विभिन्न प्रकार के जांचों की स्थिति, रोजाना का सामान्यत: रहने वाला आउटडोर के बारे में जानकारी प्राप्त करना भी जांच बिंदु में शामिल रहा।
देखी जमीन, जांची स्थिति, कहा अच्छा है
दल के सदस्यों ने जेएलएन अस्पताल के पीछे स्थित 21 एकड़ के भूखण्ड का अवलोकन किया गया। दल के सदस्यों ने भ्रमण कर जमीन की स्थिति देखी। दल के सदस्यों ने कहा कि इसके लिए पूरी 25 एकड़ का भूखण्ड चाहिए। बाद में दल के सदस्यों से बातचीत के दौरान जिला प्रशासन के अधिकारियों ने करीब 50 बीघा भूखण्ड अस्पताल के ठीक सामने की होने की बात कहते हुए उसे देने पर अपनी सहमति जता दी। इसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों के साथ हुई बैठक में इससे जुड़े विषयों पर सकारात्मक चर्चा हुई। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना था कि जमीन की अनुपलब्धतता मेडिकल कॉलेज के लिए नहीं होने दी जाएगी। मापदण्ड के तहत भूखण्ड उपलब्ध करा दिया जाएगा।
नागौर वासियों को यह सुविधाएं मिलने लगेंगी।
निरीक्षण के दौरान साथ रहे एडीशनल सीएमएचओ डॉ. शीशराम चौधरी ने कहा कि मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए नागौर से बाहर जाने से न केवल निजात मिल सकेगी, बल्कि शहरवासियों को सबसे बड़ी सुविधा यह होगी कि जेएलएन अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सुविधा मिल सकेगी। इसके अलावा रेजिडेंट डॉक्टर भी शहरवासियों के उपचार के लिए मुहैया होंगे। इससे यहां डॉक्टरों की कमी की समस्या दूर होगी। विभिन्न विभागों के संकाय खुलेंगे, ईएनएटी, हार्ट, प्रोफेसर, जाचों की संख्या बढ़ जाएगी। Nagaur patrika latest news