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#पढि़ए: आखिर सात माह बाद कैसे पकड़ में आए लुटेरे

locationनागौरPublished: Jun 10, 2017 10:40:00 pm

Submitted by:

rajendra denok

चार आरोपित गिरफ्तार, कबूली नौ लूट की वारदाते

सांडेराव (पाली)

१४ अक्टूबर २०१६ को एक ही दिन में लूट की तीन वारदाते कर फरार हुए लुटेरों को सांडेराव पुलिस ने आखिरकार घटना के सात बाद गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल कर ली। आरोपितों ने सांडेराव थाना क्षेत्र सहित जिले भर में लूट की नौ वारदाते स्वीकार की। शनिवार को गिरफ्तार चारों आरोपितों को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें १३ जून तक पुलिस रिमांड पर सौंपा गया।
पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने बताया कि १४ अक्टूबर २०१६ को शाम करीब पांच बजे धणा गांव निवासी मूलपुरी (६५) पुत्र चुनपुरी से केनपुरा गांव के निकट हाइवे पर कार में चार युवकों ने धक्का-मुक्की कर जेब में रखे तीन हजार पचास रुपए लूट लिए। उसके बाद बदमाशों ने बिरामी-रानी मार्ग पर स्वरूप सागर बेरे के निकट पशु लेकर घर लौट रही बिरामी गांव निवासी सुखीदेवी (५३) पत्नी जीवाराम चौधरी को रोका तथा सोने का बोर लूट कार में फरार हो गए तथा दुजाना में एक व्यक्ति की सोने की मुरकी लूटने की भी वारदात कर फरार हो गए थे। आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बाली अता उररहमान खान व सुमेरपुर वृत्ताधिकारी अमरसिंह चम्पावत के नेतृत्व में टीम का गठन किया। टीम में मुखबिर तंत्र व इस तरह की वारदाते करने वाले संदिग्धों से पूछताछ की तो जालोर जिले के चार बदमाशों के नाम सामने आए। शक के आधार पर दो बदमाशों से पूछताछ की तो उन्होंने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर सांडेराव सहित सुमेरपुर, रानी, सादड़ी थाना क्षेत्र में लूट की नौ वारदाते करना स्वीकार की।
जिस पर पुलिस ने भूती (आहोर) हाल गोडीजी का वाडीया जालोर निवासी सुरेश कुमार (२५) पुत्र कपूराराम माली व जालोर के गोडीजी मंदिर के पीछे गणेशनगर वाडीया निवासी जीवाराम (२५) पुत्र हरीराम ओड को गिरफ्तार कर कार जब्त की। सांडेराव थाना क्षेत्र में लूट की वारदात करने में शामिल जालोर के लालपोल निवासी मंगलाराम (३०) पुत्र किस्तुरराम मेघवाल व जालोर शहर के एफसीआई गोदाम के निकट रहने वाले दिनेशकुमार (२७) पुत्र वक्ताराम माली को प्रोडेक्शन वारंट पर जालोर जेल से लाए। चारों को शनिवार को न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें १३ जून तक पुलिस रिमांड पर सौंपा गया। आरोपितों को पकडऩे वाली टीम में सांडेराव थाने के हैड कांस्टेबल सज्जनसिंह, कांस्टेबल मगनलाल, रामचन्द्र , जमनादास भी शामिल रहे।
अकेले देख वृद्ध को बनाते निशाना

आरोपित बाइक पर तो कभी कार से वारदात देने जाते थे। अकेले वृद्ध निशाना बनाकर पहने हुए सोने के गहने व रुपए लूटने की वारदात करने में माहिर है। चारों बदमाश आदतन अपराधी है। जिनके खिलाफ पाली व जालोर में लूट के कई मामले दर्ज है।

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