scriptसरपंचों व नागौर सीईओ के बीच खींचतान का पटाक्षेप, एपीओ किए गए सीईओ जाट | Nagaur Zila Parishad CEO Ram Niwas jat APO as opposition of Sarpanch | Patrika News

सरपंचों व नागौर सीईओ के बीच खींचतान का पटाक्षेप, एपीओ किए गए सीईओ जाट

locationनागौरPublished: Sep 25, 2018 12:49:34 pm

Submitted by:

Dharmendra gaur

https://www.patrika.com/nagaur-news/

Nagaur Assembly Election 2018

Rajasthan Assembly Election RO know Rules and Regulations

नागौर जिला परिषद सीईओ रामनिवास जाट एपीओ
नागौर. जिले के सरपंचों व जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ)रामनिवास जाट के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रही खींचतान के बीच सरकार ने सीईओ जाट को एपीओ कर दिया है। जाट के स्थान पर पाली जिला परिषद सीईओ राजपाल सिंह को लगाया गया है। गौरतलब है कि विभिन्न योजनाओं के तहत किए जा रहे कार्यों को लेकर सीईओ जाट की सख्ती के चलते सरपंच खुलकर उनके विरोध में आ गए थे। जिले के कुछ सरपंच सीईओ जाट द्वारा सरपंचों की ओर से ग्राम पंचायतों में ब्लॉक निर्माण की स्वीकृतियों को लेकर जारी किए गए आदेश से खफा थे। सीईओ जाट ने नियमानुसार गांवों में ब्लॉक निर्माण कार्यों की स्वीकृति पर लगभग रोक सी लगा दी थी। गौरतलब है कि नागौर जिले में गांवों में मार्गों की उपलब्ध भूमि से ज्यादा स्थान पर सीसी ब्लॉक रोड का निर्माण होने की जानकारी सामने आने पर सीसी ब्लॉक रोड निर्माण की स्वीकृति जारी नहीं की जा रही थी।

गांवों में काम ठप, कार्मिकों का धरना जारी
राजस्थान पंचायती राज सेवा परिषद, जयपुर के आह्वान पर पंचायती राज के तीनों संगठनों (आरआरडीएस, पीईओ व वीडीओ) की ओर से अपनी मांगों के समर्थन में 12 सितम्बर से दिया जा रहा धरना-प्रदर्शन 13वें दिन भी जारी रहा। सामूहिक अवकाश पर रहकर समझौते को लागू करवाने को लेकर संगठनों के कर्मचारी पंचायत समिति परिसर में धरने पर है। संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार की दमनकारी नीतियों के आगे सेवा परिषद के घटक कभी नहीं झुकेंगे। संगठन की वाजिब मांगें मानी जाने तक आंदोलन जारी रहेगा।


सरकार नहीं दे रही ध्यान
राजस्थान सेवा परिषद ब्लॉक अध्यक्ष नागौर ताराचंद सैनी ने कहा कि सरकार सेवा परिषद के बैनर तले 13 दिन से धरने पर बैठे हैं। सरकार के साथ नौ बार लिखित समझौता करने के बाद भी दमनकारी नीतियों के दम पर सेवा परिषद को दबाने का प्रयास कर रही है। सरकार की हठधर्मिता से तीन साल से मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। गांवों में काम काज ठप होने के बावजूद सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। जिला परिषद नागौर के पीईओ रामेश्वर गौरा ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता के कारण गांवों में काम ठप पड़े हैं और आम आदमी परेशान है।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो