खानाबदोश परिवार के ये बच्चे उस समय डेरे में अकेले ही थे और उनके परिजन मजदूरी के लिए बाहर गए थे। परिजन घर लौटे तो बच्चे नहीं मिले। शनिवार रात भर बच्चों की तलाश की गई लेकिन वे नहीं मिले।
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सुबह जब बच्चों की वापस तलाश शुरू की गई तो पास ही स्थित तालाब में तीनों बच्चों के शव तैरते हुए मिले। मृतकों में दो लड़कियां और एक लड़का है। मृतक गेंदी उम्र 13 साल, बसंती उम्र 11 साल, धनी उम्र 8 साल पुत्र छोटूराम बनबागरिया माणका की ढाणी (चोलुखा ) के है।
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पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से तीनों बच्चों के शव निकालकर मौलासर के राजकीय सोमानी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए हैं। मामले की जानकारी मिलने पर डीडवाना तहसीलदार दयानंद रुयल ने मौके का जायजा लिया और मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया। जानकारी के अनुसार यह परिवार मूल रूप से नजदीकी गांव खाखोली का रहने वाला था, लेकिन मजदूरी करने के लिए अपना डेरा माणकसर में लगा रखा था।