आचार्य विजय नित्यानंद सूरीश्वर की निश्रा में सुबह साढ़े 8 बजे तपागच्छ उपाश्रय से वर्षीदान वरघोड़ा निकाला
जिसमें मुमुक्षु हार्दिक समदड़िया को हाथी पर बैठाया गया। वरघोड़ा शहर के प्रमुख मार्गों से होता हुआ, बारला मंदिर पहुंचा। रास्ते में जगह-जगह वरघोड़े का पुष्प वर्षा से स्वागत किया गया
बाल मुमुक्षु के वरघोड़ा के साथ स्वागत में उमड़ा जैन समाज
आचार्य विजय नित्यानंद सूरीश्वर
बाल मुमुक्षु हार्दिक को अभिनंदन पत्र व स्मृति चिह्न भेंट किया
बाल मुमुक्षु हार्दिक समदडिय़ा का रविवार को वर्षीदान वरघोड़ा निकला। तपागच्छ उपाश्रय से हाथी पर सवार बैंड बाजे के साथ बाल मुमुक्षु के निकले वरघोड़ा पर फूलों की बारिश होती रही। चारों ओर श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आई। हर कोई बाल मुमुक्षु को देखने के लिए व्यग्र नजर आया। इस दौरान यह वरघोड़ा गांधीवाड़ी, माही दरवाजा, डागावाड़ी, लोढ़ा का चौक, कांच का मंदिर, मच्छियों का चौक, बंशीवाला मंदिर, लोहियों के चौक होते, वापस माही दरवाजा होते हुए हुए बारला मंदिर पहुंचा। रास्ते में जैन समाज के श्रद्धालु विभिन्न वस्तुओं का वर्षीदान करते चल रहे थे। इसमें भगवान आदिनाथ की सवारी भी चल रही थी। श्रद्धालुओं की ओर से की गई फूलों की बारिश से वर्षीदान वरघोड़ा निकलने वाले रास्तों पर फूलों की चादर बिछी रही। बारला मंदिर में जैन संत मोक्षानंद ने धार्मिकता की अध्यात्मिक व्याख्या करने के साथ ही इसकी विशेषताओं पर प्रकाश डाला। इस दौरान विभिन्न संगठनों ने बाल मुमुक्षु हार्दिक को अभिनंदन पत्र व स्मृति चिह्न भेंट किया।
बाल मुमुक्षु के वरघोड़ा के साथ स्वागत में उमड़ा जैन समाज, श्रावक-श्राविकाएं थिरकी
प्रभु की भक्ति सबसे बढ़कर है बाल मुमुक्षु हार्दिक समदडिय़ा 28 अप्रेल को जैन तीर्थ पालीतना में दीक्षा ग्रहण करेंगे। इस पर हार्दिक का पूरा परिवार भी आस्था के रंग में रंगा नजर आ रहा है। इस मौके पर हुई बातचीत में बाल मुमुक्षु हार्दिक की मां प्रियंका व पिता विकास समदडिय़ा कहते हैं कि प्रभु की भक्ति सबसे श्रेष्ठ है। यह हमारा सौभाग्य है कि हार्दिक ने अध्यात्म के पथ पर चलने का फैसला लिया। आचार्य गुरु अरविंद सागर ज्योतिषाचार्य की प्रेरणा से उनसे दीक्षा ग्रहण करेंगे। दादा धनरूपमल समदडिय़ा व दादी कांतादेवी ने कहा कि वैराग्य पथ की कठिन पर चला है। इसकी उनको काफी प्रसन्ना है। इस दौरान पूर्व विधायक मोहनराम चौधरी नागौर नगर परिषद सभापति मीतू बोथरा व पार्षद नवरतन बोथरा,पदमचंद तोलावत, स्वदेश बांठिया,विमल समदडिया, सुरेश चौधरी, महावीर बांठिया, विमलेश बोथरा, कपिल तोलावत, प्रदीप डागा, अनिल समदडिया, प्रवीण बांठिया, पार्षद हरिराम जाखड़ आदि मौजूद थे।