भाजपा नेता भैरूबक्स जोशी की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में भाजपा के पुखराज टाक, वीरेंद्र वर्मा, इस्लाम पठान, सीपी बिड़ला, महेंद्र शर्मा, विमलेश व्यास, रामकुंवार जांगिड़ ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं की मेहनत की वजह से ही दो बार सुखाराम नेतडिय़ा मेड़ता से विधायक बने। हमने इस विश्वास के साथ विधायक चुना कि वह हमारा विधायक होगा, पार्टी का विधायक होगा, जो हमारे क्षेत्र, गांंवों एवं शहर का विकास कराएगा। विधायक की खिलाफत करना हमाना उद्धेश्य नहीं है, न ही हम उनसे नाराज है। हमने नेतडिय़ा को कई योजनाएं दी। मेड़ता में महिलाओं के लिए हॉस्पिटल बनवाने की मांग की, उसके लिए शहर में बिल्डिंग भी है, महिला महाविद्यालय की मांग की, मगर इन समस्याओं की ओर उनका बिल्कुल ध्यान नहीं गया।
जबकि भंवर सिंह डांगावास ने विधायक रहते हुए खुद एक लाख रुपए देकर पहल की और इस प्रयास के साथ शहर में महाविद्यालय बनवा दिया। दूसरी तरफ नेतडिय़ा सीएम की घोषणा के बावजूद दो सालों में एएसपी कार्यालय भी नहीं खुलवा पाए। यहां रोडवेज सब डिपो की मांग भी पूरी नहीं हुई। रोडवेज बस स्टैंड बंद सा पड़ा है। जैतारण-ब्यावर रोड पर एक भी बस नहीं है। मेड़ता से पानी, डीडवाना से पाली, मेड़ता से अहमदाबाद के लिए भी बसों की दरकार है।
कुंडल विकास में भी की अनदेखी
कार्यकर्ताओं ने कहा कि शहर के ऐतिहासिक कुंडल सरोवर की खुदाई मेड़ता की जनता के प्रयासों से शुरू हुई। जनता ने दिल खोल कर 50 लाख रुपए तक का चंदा दिया। हमने एमएलए नेतडिय़ा को 19 करोड़ 80 लाख की डीपीआर सीएम से मंजूरी के लिए भिजवाई, मगर उसकी भी स्वीकृति नहीं हो सकी। उन्होंने कुंडल के लिए विधायक कोटे से 5 लाख की घोषणा की, वह राशि भी नहीं आई और अब आचार संहिता लग चुकी है। विधायक कोटे से मेड़ता का हक मांगा, वह भी नहीं मिला। जबकि राजसमंद सांसद ने 21 लाख रुपए अपने कोटे से कुंडल के लिए दिए।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि शहर के ऐतिहासिक कुंडल सरोवर की खुदाई मेड़ता की जनता के प्रयासों से शुरू हुई। जनता ने दिल खोल कर 50 लाख रुपए तक का चंदा दिया। हमने एमएलए नेतडिय़ा को 19 करोड़ 80 लाख की डीपीआर सीएम से मंजूरी के लिए भिजवाई, मगर उसकी भी स्वीकृति नहीं हो सकी। उन्होंने कुंडल के लिए विधायक कोटे से 5 लाख की घोषणा की, वह राशि भी नहीं आई और अब आचार संहिता लग चुकी है। विधायक कोटे से मेड़ता का हक मांगा, वह भी नहीं मिला। जबकि राजसमंद सांसद ने 21 लाख रुपए अपने कोटे से कुंडल के लिए दिए।
परिवर्तन के लिए जयपुर-दिल्ली तक जाएंगे
पदाधिकारियों ने कहा कि हम चाहते है, कि भाजपा की सरकार बने, सीएम वसुंधरा राजे बने। हम भाजपा के खिलाफ नहीं है। हम भाजपा को अपनी मां समझते हैं। मगर नेतडिय़ा ने शहर के लिए कोई काम नहीं किया। एक भी ऐसा कार्य नहीं जो 10 साल में शहर के लिए विधायक की ओर से उपलब्धि हो। अब हमें छोटे से छोटे कार्यकर्ताओं व क्षेत्र का काम करने वाला विधायक चाहिए। भंवर सिंह डांगावास के विधायक व सांसद रहते मेड़ता का बहुत विकास हुआ था। अब हमें सजग, जनता के काम आने वाला, जनता के बीच रहने वाला चेहरा चाहिए। हम नेतडिय़ा के खिलाफ नहीं है। हम चाहते हैं, कि नए कार्यकर्ता को अवसर मिले।
परिवर्तन के लिए हम नागौर जाएंगे, जयपुर और दिल्ली तक जाएंगे। बैठक में सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने इस बार बदलाव को लेकर हामी भरते हुए नए कार्यकर्ता को अवसर दिए जाने पर सहमति जताई। इस दौरान छोटूलाल वैष्णव, राजीव पुरोहित, सुरज मेघवाल, बाबू अरोड़ा, अशोक जोशी, नैनाराम आचार्य, मोहम्मद शाहीद सिलावट, मोहम्मद हनीफ शाह, ताराचंद सहित 50 से अधिक पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे। उल्लेखनीय है, कि इस सप्ताह भाजपा की शहर में यह दूसरी बैठक है, जिसमें विधायक की खिलाफत कार्यकर्ताओं ने की है।
विकास कार्य ताेे बहुत हुए हैं. कार्यकर्ताओं में कोई नाराजगी है तो िमिल बैठकर दूर कर लेंगे. – सुखराम नेतडिया, विधायक