यात्रियों को यह मिली सुविधानिगम के अधिकारियों के अनुसार पहले यात्रियों के पास लंबी दूरी के गंतव्यों तक पहुंचने के लिए बसों के शिड्यूल सीमित होने के कारण असुविधा होती थी, लेकिन अब अतिरिक्त शिड्यूल बढऩे से यात्रियों को ज्यादा विकल्प मिल गए। यही नहीं, बसों का ज्यादा इंतजार भी करना पड़ेगा। एक बस उनकी छूट गई तो उसी रूट पर जाने वाली अन्य बसें सहजता से मिल सकेगी।
इनका कहना है… आगार की बसों का पहले कुल रूट ३५ हजार किलोमीटर था। अब इसमें तीन हजार रूट की और बढ़ोत्तरी कर दी गई है। इससे निगम का प्रतिदिन का राजस्व एक लाख २० हजार बढ़ा है।
हनुमानसिंह राजपुरोहित, मुख्य प्रबंधक नागौर आगार