केस नंबर एक: हनुमानबाग
शहर के हनुमानबाग में गुरुवार रात दस बजे विद्युत आपूर्ति बंद हुई। एक घंटे तक बिजली नहीं आने पर लोगों ने कंट्रोल रूम में फोन किया, लेकिन फोन लगातार व्यस्त बताता रहा। इससे लोग परेशान रहे। अगले दिन शुक्रवार को शाम करीब सवा चार बजे विद्युत आपूर्ति बहाल हुई और, सात बजे फिर बिजली चली गई। मोबाइल पर अधिकारियों व लाइनमैन से संपर्क का प्रयास किया गया, लेकिन किसी ने रिसीव नहीं किया।
केस नंबर दो : दिल्ली दरवाजा
यहां पर रात्रि में करीब साढ़े नौ बजे बिजली गुल हुई ,जो देर रात्रि लगभग एक बजे तक लौटी। इस दौरान गर्मी से परेशान लोगों को बाहर खुले में आकर बैठा रहना पड़ा।
केस नंबर तीन : बंशीवाला मंदिर
बंशीवाला मंदिर, गुंसा गली, लोहियों का चौक, किदवई कॉलोनी एवं लोहारपुरा क्षेत्र में गुरुवार रात नौ बजे बिजली चली गई। करीब आधे घंटे इंतजार के बाद लोगों ने विद्युत वितरण निगम के नियंत्रण कक्ष में फोन किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया। रात्रि करीब सवा 12 बजे बिजली आई, लेकिन सुबह सात बजे फिर चली गई। इसके पश्चात दोपहर बाद बिजली आपूर्ति सुचारु हो पाई।
हनुमान बाग क्षेत्र में माली समाज भवन के पास लगे पोल के पास बारिश के दौरान करंट आने से वहां से गुजर रही गाय की मौत हो गई। लोगों ने बिजली विभाग के नियंत्रण कक्ष में दूरभाष पर संपर्क किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया।
अधिकारी कहिन…
विद्युत वितरण निगम के कनिष्ठ अभियंता पंकज गुप्ता का कहना था कि विद्युत आपूर्ति ठप होने की स्थिति अक्सर फॉल्ट की वजह से होती है। कुछ क्षेत्रों में डेह रोड पर लाइन में शिफ्टिंग के दौरान आपूर्ति कुछ समय के लिए बंद की जाती है। अन्यथा इसकी पूरी जानकारी पहले ही दे दी जाती है।