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नागौर

शराब डिपो के श्रमिकों के मानवाधिकारों का शोषण, बिक्री बढ़ाने के लिए कर्मचारियों की छुट्टी तक बंद

Exploitation of Human Rights of Liquor Depot workers आबकारी के शराब सप्लाई डिपो पर कार्यरत कर्मचारियों के हर रविवार निरस्त कर दिया जाता है अवकाश, राज्य सरकार के इस विभाग में है छह दिवस का सप्ताह, जयपुर मुख्यालय द्वारा पिछले छह माह से निरस्त की जा रही है रविवार की छुट्टी

नागौरJul 17, 2019 / 11:14 am

shyam choudhary

Exploitation of Human Rights of Liquor Depot workers

Exploitation of Human Rights of Liquor Depot workers in Rajasthan

नागौर. शराब की बिक्री बढ़ाने के चक्कर में कर्मचारियों के मानवाधिकारों Human Rights of liquor depot workers का शोषण हो रहा है। पिछले छह माह से कर्मचारियों को रविवार का साप्ताहिक अवकाश भी नहीं दिया जा रहा। इसके चलते दूर-दराज नौकरी करने वाले श्रमिकों/कर्मचारियों को अपने परिवार से लगातार दूर रहना पड़ रहा है। हालांकि आबकारी विभाग के सप्लाई सेक्शन राजस्थान राज्य बेवरेज कॉरपोरेशन लिमिटेड (आरएसबीसीएल) के अधिकारियों के आदेशों से कर्मचारियों में रोष व्याप्त हो रहा है, लेकिन विभागीय कार्रवाई के डर से कोई भी श्रमिक/कर्मचारी इसका विरोध नहीं कर पा रहा है।
शराब सप्लाई का काम करने वाला करने वाले आरएसबीसीएल के प्रदेश में 40 डिपो हैं और प्रत्येक डिपो पर 15 से 20 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिन्हें पिछले छह माह से रविवार का साप्ताहिक अवकाश नसीब नहीं हो रहा। स्थिति यह है कि अधिकारी रविवार आने से दो दिन पहले ही एक आदेश जारी कर देते हैं कि फलां तारीख को रविवार के दिन निगम के डिपो में सामान्य गतिविधियां यथा शराब की बिक्री, शराब व बीयर की लोडिंग व अनलोडिंग जारी रहे। इसके लिए डिपो मैनेजर पर्याप्त कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित रखे।
छह दिन का सप्ताह, काम के घंटे भी बढ़ाए
भारत में कारखाना अधिनियम के तहत भले श्रमिकों के लिए एक सप्ताह में अधिकतम 48 घंटे एवं एक दिन में 9 घंटे से अधिक नहीं काम करने का प्रावधान है। साथ ही सप्ताह में एक दिन अवकाश भी दिया जाना अनिवार्य है, लेकिन आरएसबीसीएल में कर्मचारियों से प्रतिदिन साढ़े 9 घंटे काम करवाया जाता है और एक दिन का अवकाश भी निरस्त कर दिया जाता है। इसके लिए गत वर्ष 8 जनवरी को आबकारी आयुक्त ओपी यादव ने आदेश जारी कर डिपो खुलने का समय सुबह साढ़े 9 बजे से लेकर शाम 7 बजे कर दिया। साथ ही यह निर्देश दिए गए कि इस आदेश की पालना सख्ती से की जाए, अवहेलना करने पर डिपो प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। खास बात यह है कि राजस्थान में जहां पांच दिन का सप्ताह घोषित है, वहां आरएसबीसीएल में छह दिन का सप्ताह है।
अब नहीं करेंगे अवकाश निरस्त
आरएसबीसीएल के डिपो में काम करने वाले श्रमिकों/कर्मचारियों के साप्ताहिक अवकाश को निरस्त करने के पीछे एक ही कारण है, शराब की बिक्री। अब आगे से श्रमिकों के साप्ताहिक अवकाश को निरस्त नहीं किया जाएगा।
– सुरेश गुप्ता, जनरल मैनेजर, आरएसबीसीएल, जयपुर

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