गायब हो गई बड़ी लाइटें
पूरी कॉलोनी में मुख्य सडक़ों पर एक दो जगहों के अलावा कहीं भी स्ट्रीट लाइट काम नहीं करती है। आवासन मंडल ने करीब तीन साल पहले ट्रांसफॉर्मर लगाकर कॉलोनी को रोशन किया था लेकिन धीरे-धीरे बड़ी लाइटें गायब हो गई। अधिकारियों ने यह जानने की कोशिश तक नहीं की कि आखिर लाइटें कहां गई। ठेका निरस्त होने के बाद अधिकारियों ने लाइटें लगाने की कोई वैकल्पिक व्यवस्था तक नहीं कि जिसके चलते कॉलोनी में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। विद्युत व्यवस्था में सुधार नहीं होने से कॉलोनी के आवंटी परेशान हैं।
असामाजिक तत्व रहते हैं सक्रिय
आवंटियों का कहना है कि रोड लाइटें नहीं जलने से जहां कॉलोनी में रहने वाले लोगों को परेशानी होती है, वहीं कॉलोनी में चोरी की वारदातों का सिलसिला लम्बे समय से चल रहा है। मकानों के दरवाजे व खिड़कियां तक गायब हो गए। गत जून माह में करीब एक दर्जन मकानों से बड़े फाटक चोरी हो गए लेकिन अधिकारियों ने कोतवाली में सूचना देकर कर्तव्य की इतिश्री कर ली। यहां तक कि चोर ठेकेदारों द्वारा डाली गई निर्माण सामग्री पर भी हाथ साफ कर रहे हैं। स्ट्रीट लाइट न जलने से सांझ ढलते ही सक्रिय असामाजिक तत्व अंंधेरे का फायदा उठाकर अनैतिक गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं।
जल्द सही करवाएंगे
कॉलोनी में जहां-जहां आवंटी रह रहे हैं उनके मकानों के आसपास रोड लाइटें लगाई जाएगी। फरवरी के अंतिम सप्ताह तक लाइटें सही करवा देंगे।
श्रवण कुमार सैनी, एक्सईएन, आवासन मंडल कार्यालय नागौर