पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार में कुल 11 जने सवार थे। डम्पर के कुचलने के बाद कार के परखच्चे उड़ गए। कार सवार सभी जने जोधपुर जिले की भोपालगढ़ तहसील के रजलानी गांव के रहने वाले थे। वे सुबह गांव से रवाना होकर हरनावां स्थित रानाबाई के मंदिर में दर्शन करने जा रहे थे। दुर्घटना के बाद डंपर चालक डंपर मौके पर छोडक़र फरार हो गया। डम्पर को पुलिस ने क्रेन की सहायता से हटाया। ग्रामीणों के अनुसार डम्पर खाली था जो लूनी नदी में अवैध बजरी लेने जा रहा था।
कांच तोडक़र निकाला, बुलाई एम्बुलेंस पास ही मकान में रहने वाली रेखा कच्छावा हादसा होने पर दौडक़र पहुंची। उसने गाड़ी के शीशे तोडक़र 5 मासूमों को बाहर निकाला। बाद में 108 एम्बुलेंस को बुलाकर सबसे पहले अस्पताल पहुंची। बाद में कई लोग मदद को दौड़ पड़े। डेगाना विधायक अजय ङ्क्षसह किलक भी चिकित्सालय में पहुंचे।
इनकी हुई मौत हादसे में भंवरी देवी भंवरी देवी देवासी (60), खेराजराम (35) पुत्र मोहनराम, दिव्यांशी (5) पुत्री खेराजराम, डिम्पल (1) पुत्री भागीरथ देवासी व विनिता (3 वर्ष) की मौत हो गई। मातम में बदली खुशी
ग्रामीण सुनील पाड़ीवाल ने बताया कि मृतक खेराजराम देवासी व उसका भाई भागीरथ गुजरात में रहते हैं। मंगलवार को ही मृतक खेराजराम की बहन को बालुण्डा (बहन के बच्चा पैदा होने के बाद पहली विदाई) की सीख देने का सामाजिक कार्यक्रम रखा गया था। इस उपलक्ष्य में परिवार की ओर से घर पर सवामणी का भी आयोजन किया गया था और खुशी के इस मौके पर परिवार के सभी नाते रिश्तेदार एवं गांव के लोग भी शामिल होने के लिए आए हुए थे। जिसके चलते पूरे परिवार में हंसी-खुशी का माहौल बना हुआ था। इसके बाद बुधवार को ही ये लोग सवामणी का प्रसाद हरनावा धाम पर चढ़ाने एवं वहां दर्शन करने के लिए जा रहे थे। बीच रास्ते में यह हादसा होने से एक दिन पहले तक खुशियां मना रहे इस परिवार में अचानक मातम पसर गया।
आज होगा अंतिम संस्कार रजलानी सरपंच पारस गुर्जर ने बताया कि पांचों मृतकों में से तीन जनों के शव हरसौर के अस्पताल में रखे हुए हैं और 2 शव अजमेर के जेएलएन अस्पताल में रखवाए गए हैं। पांचों मृतकों का अंतिम संस्कार गुरुवार को किया जा सकेगा।