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दरअसल, करीब 1 माह पूर्व जनपद शामली के कांधला थाना क्षेत्र के मोहल्ला खैल निवासी मकसूद का 19 वर्षीय पुत्र शाहनवाज कैराना कोतवाली के दभेड़ी खुर्द में मां के पास गया हुआ था। आरोप है कि इसी बीच शाहनवाज को दभेड़ी खुर्द के ही आरिफ, आसिफ, वकील और शाहदीन यमुना नदी पर नहाने के लिए ले गए। इसी दौरान शाहनवाज की यमुना में डूबकर मौत हो गई। परिजनों ने शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। इसके बाद पांच जुलाई को मृतक के भाई फहमीद ने चारों लोगों पर भाई की हत्या करने का आरोप लगाते हुए एसपी दिनेश कुमार से पीएम कराने की मांग की थी। एसपी के आदेश पर कैराना पुलिस और नायब तहसीलदार ने शव कब्र से निकाल पीएम के लिए भेज दिया था। इसके बाद बिसरा जांच के लिए आगरा फॉरेंसिक लैब भेज दिया। पुलिस जांच रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। जबकि मृतक का पिता और भाई लगातार शाहनवाज की हत्या के मामले में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रदेश के डीजीपी तक से शिकायत कर न्याय गुहार लगा चुके हैं। इसी बीच बेटे की मौत पर पुलिस से न्याय न मिलने से आहत शहजाद के पिता मकसूद की भी सदमे में मौत हो गई।
न्याय के लिए गुहार लगाने वाले एक पिता की मौत से मित्र पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। दरअसल, जिले की पुलिस जनता को न्याय का पूरा भरोसा दिलाने के साथ ही थानों में पीड़ितों को पानी पिलाने और मीठाई खिलाने की बात करती है। ऐसे में उसी मित्र पुलिस से न्याय के लिए पीड़ित चक्कर लगाते हुए दुनिया से एक पिता के दम तोड़ देने के बाद लोग पूछ रहे हैं कि यह कैसी मित्र पुलिस है। वही, जिले की मित्र पुलिस इस मामले को लेकर मीडिया के सवालों से बचती नजर आ रही है।