जनता इंटर कॉलेज बाढ़ में नकल की मिली थी शिकायत मामला जनपद मुजफ्फरनगर के थाना चरथावल क्षेत्र का है। वहां जनता इंटर कॉलेज बाढ़ में हो रही सामूहिक नकल की शिकायत किसी व्यक्ति ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पोर्टल पर कर दी। इस शिकायत पर नोएडा एसटीएफ टीम ने शुक्रवार दोपहर को गांव बाढ़ पहुंचकर जनता इंटर कॉलेज में छापा मारा। उस समय सेकंड पाली में इंटरमीडिएट की भौतिक विज्ञान की परीक्षा चल रही थी। इसमें एसटीएफ टीम को कॉलेज में नकल होने के प्रमाण भी मिले। इसके बाद एसटीएफ टीम ने कॉलेज के केंद्र व्यवस्थापक सहित लगभग 15 लोगों को हिरासत में ले लिया।
नोएडा की एसटीएफ टीम ने मारा था छापा अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह के अनुसार, इन लोगों में वे लोग भी शामिल हैं, जो अध्यापक नहीं हैं और उनकी ड्यूटी भी परीक्षा में नहीं लगाई गई है। उनके पास से आई कार्ड मिले हैं। इसके साथ ही दूसरे अध्यापकों को भी एसटीएफ टीम द्वारा देर रात तक कॉलेज में ही रोका गया। उन्हें सुबह छोड़ा गया है। उनका कहना है कि उन्हें इस केंद्र की शिकायत परीक्षा शुरू होने से पहले ही मिल गई थी। इसकी जांच पड़ताल चल रही थी। नोएडा की एसटीएम टीम ने दोपहर में करीब 3.50 पर छापा मारा था। इसमें गाइड और नकल सामग्री पकड़ी गई है। हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ हो रही है। उनके मोबाइल भी चेक किए जा रहे हैं। छात्रों को नहीं पकड़ा गया है। कॉपियाें को सील कर जीआईसी पहुंचा दिया गया है।
मोबाइल से नकल कराए जाने का मामला भी आया सामने जानकारी के अनुसार, मोबाइल फोन के जरिए भी नकल कराए जाने का मामला सामने आया है। पूरी रात एसटीएफ की टीम ने केंद्र व्यवस्थापक सहित हिरासत में लिए गए करीब 15 लोगों से कड़ाई से पूछताछ की है। मामले की जांच अपर जिलाधिकारी प्रशासन अमित सिंह को सौंपी गई है। साथ ही मुजफ्फरनगर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय भी जांच के दायरे में आ गया है। जनता इंटर कॉलेज बाढ़ में पास के ही खुड्डा व मथुरा के छात्रों का सेंटर बनाया गया है। इस बारे में चरथावल थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया गया है।
सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बाद भी हो रही थी नकल वहीं, कॉलेज के चौकीदार अमित का कहना है कि यहां से नकल पकड़ी गई है। मास्टर नकल करा रहे थे। परीक्षा ड्यूटी में लगे शिक्षामित्र विनोद का कहना है कि कुछ कमरों में बोलते हुए नकल कराई जा रही थी। सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बाद भी नकल हो रही थी। पेपर के दौरान जांच शुरू हुई थी। उन्हें जांच होने तक कॉलेज में ही रुकने को कहा गया था।