दरअसल यूपी कांग्रेस कमेटी के विचार विभाग ने राजब्बर की सहमति पर डीजीपी को पत्र लिखकर पार्को में चलने वाली आरएसएस की शाखाओं पर भी बैन लगाने की मांग की। कांग्रेस की इस मांग पर आरएसएस के पथ संचलन में पहुंचे बीजेपी विधायक उमेश मलिक ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि जो नमाज बाहर पढ़ी जाती थी मस्जिदों के बाहर लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता था। आए दिन ट्रैफिक की बड़ी समस्या रहती है।
इसके साथ ही सुबह-सुबह लाउडस्पीकर की वजह से भी लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता था लेकिन उन सब बातों का न्यायालय ने संज्ञान लिया और सुप्रीम कोर्ट ने मस्जिदों में लगने वाले लाउडस्पीकर पर बैन लगा दिया। लेकिन राज बब्बर ने जो पत्र दिया बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है उनको शायद पता ही नहीं आरएसएस एक अराजनीतिक संगठन है। जो समाज सुधार के लिए काम करता है, समाज में संस्कार देने के काम करता है। बीजेपी विधायक यहीं नहीं रुके बल्कि आगे कहा कि उनकी मानसिकता समाज के विरोधी है, संस्कार नाम की चीज नहीं है, समाज में सुधार नहीं करना चाहते बल्कि समाज के अंदर राजनीति और जहर घोलने का काम करते हैं इस मानसिकता के साथ उन्होंने अपना पत्र दिया है।