उन्होंने आगे कहा, “सच तो ये है कि मैं उत्तर प्रदेश में विपक्ष को जीतते नहीं देख रहा हूं। इंडिया गठबंधन वाकई फ्लॉप हो रहा है। इनमें अंदरूनी कलह बहुत है, राज्यों में ये आपस में ही लड़ रहे हैं, इसलिए जब ये चुनाव से पहले लड़ रहे हैं तो चुनाव के बाद इनका अस्तित्व क्या होगा?”
किसी भी सीट पर लड़ाई में नहीं दिख रही है बसपा
बसपा प्रमुख मायावती के पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य बनाने वाले बयान पर जयंत चौधरी ने कहा, “यह लंबे समय से चली आ रही मांग है। समय- समय पर यह मांग होती रही है कि उत्तर प्रदेश का पुनर्गठन किया जाए। बसपा अभी किसी भी सीट पर लड़ाई में दिख नहीं रही है।” सपा ने कन्नौज से तेज प्रताप यादव को अपना उम्मीदवार बनाया था लेकिन लोगों की मांग को देखते हुए अखिलेश यादव ने खुद यहां से चुनाव लड़ने का फैसला लिया। अब यहां पर बीजेपी के सुब्रत पाठक और अखिलेश यादव के बीच सीधा चुनावी मुकाबला होगा।