यह भी पढ़ेंः भाजपा ने कमल संदेश यात्रा के जरिए लिया है ये बड़ा संकल्प कि 2019 में पिछले चुनाव को भूल जाएंगे लोग यह भी पढ़ेंः VIDEO: शामली में भाजपा की कमल संदेश यात्रा में इसलिए हो गया हंगामा राम हिन्दू आैर मुस्लिम के पूर्वज उन्होंने कहा कि राम का राष्ट्र में कोई विरोध नहीं, क्योंकि राम भारत में बसने वाले हिन्दू और मुस्लिम सबके पूर्वज हैं। जब दुनिया में कोई मजहब नहीं था, तब राम थे। राम का स्थान है अयोध्या, राम राजनीति का विषय नहीं, वह हमारे राष्ट्र का सम्मान और गौरव है। राम का मंदिर अयोध्या में बनता तो ये हमारे पुरखों की विरासत का सम्मान है, ये होना चाहिए संसद में कानून लाकर। संसद पर दबाव डालने का सभी संतों और सामाजिक संगठनों ने परकर्म चलाया हुआ है। सभी का ये प्रयोजन है कि संसद को इस बात के लिए राजी करना। संसद पर इस बात का दबाव डालना कि राम मन्दिर बने। कोर्ट से तो उम्मीद ही धुंधली हो चुकी है, इतने वर्ष हो गए हैं अभी तक समाधान नहीं हुआ। जब हद से ज्यादा किसी मुद्दे को दबाया जाता है और कोई समाधान नहीं निकलता है तो विद्रोह की सम्भावना तो बनेगी ही।