दरअसल, मुजफ्फरनगर जिले के थाना मेरापुर क्षेत्र के गांव बलीपुरा निवासी एक युवती का अपने ही रिश्तेदारी के रिश्ते में मौसी के लड़के हारुण के साथ प्रेम हो गया था, जिससे वह दोनों 13 अगस्त को घर से फरार हो गए थे। इस दौरान दोनों ने प्रेम विवाह कर लिया था। इस संबंध में युवती शहजादी के परिजनों ने मीरापुर थाने में एक मुकदमा पंजीकृत कराया था, जिसके बाद युवक व युवती अपनी सुरक्षा की गुहार लगाते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंच गई थी। हाईकोर्ट ने मुजफ्फरनगर पुलिस को युवती का मेडिकल परीक्षण कराने के आदेश दिए थे, कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए मुजफ्फरनगर पुलिस जब युवती को मेडिकल परीक्षण के लिए जिला चिकित्सालय लेकर पहुंची तो कुछ लोगों ने युवती को छुड़ाने के लिए पुलिस पर हमला बोल दिया। इन लोगों ने वहां मौजूद लोगों के साथ भी जमकर मारपीट की। जिसके बाद कस्टडी से युवती को जबरन उठाकर ले गए। अपहरण के तुरंत बाद पुलिस लगातार अपहर्ताओं के पीछे लगी रही और जैसे ही आरोपी गांव शेरपुर पहुंचे तो अपने आप को घिरा हुआ देख उन्होंने गाड़ी छोड़कर जंगलों में घुस गए। बाद में युवती को जंगल से सकुशल बरामद कर लिया गया। जिस कार में युवती को अगवा किया गया था पुलिस ने उसे भी जंगल से बरामद कर लिया है। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया है कि युवती के परिजन युवती के प्रेम विवाह से नाखुश थे और उन्होंने खुद अपनी बेटी को उस समय अस्पताल से जबरन उठा लिया, जब पुलिस युवती को मेडिकल परिक्षण कराने के लिए अस्पताल पहुंची थी। पुलिस ने घंटों की मशक्कत के बाद युवती को सकुशल बरामद कर लिया।