विदित हो कि उदानी की हत्या के आरोप में पंत नगर पुलिस ने सचिन पवार और दिनेश पवार को गिरफ्तार किया है। दोनों को रविवार को भोईवाड़ा कोर्ट में पेश किया गया। पेशी के दौरान पुलिस ने कोर्ट को बताया कि आरोपी हत्याकांड का मुख्य मास्टरमाइंड है जिसने न सिर्फ कार में हत्या करवाई बल्कि कार के नंबर प्लेट तक बदल दिए। पुलिस ने बताया कि सचिन पवार ने निलंबित पुलिस कांस्टेबल दिनेश पवार व अन्य चार से पांच लोगों के साथ मिलकर यह साजिश रची। इस हत्याकांड के दौरान सचिन कई लोगों से फोन पर संपर्क में था। सचिन व्हाट्सएप के जरिए अभिनेत्री देवोलीना भट्टाचार्य के संपर्क में था, यह जानकारी भी कोर्ट को दी गई है।
देवोलीना के संपर्क में था उदानी
पुलिस की मानें तो हीरा कारोबारी राजेश्वर के संबंध देवोलीना से काफी दिनों से थे। इस बीच सचिन और देवोलीना के बीच दोस्ती हो गई और दोनों लिव एंड रिलेशनशिप में थे। इसके बावजूद राजेश्वर देवोलीना पर बुरी नजर रखता था। इससे सचिन खफा था। सचिन का कुछ पैसों को लेकर भी उदानी से विवाद था। इसीलिए सचिन ने राजेश्वर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। मृत राजेश्वर का पुलिस कांस्टेबल दिनेश से भी पैसे को लेकर विवाद था। दिनेश पर पहले से बलात्कार का मामला दर्ज था। इसीलिए इस प्लान में दिनेश को शामिल किया।
देवोलिना के हनी ट्रैप में फंसा राजेश्वर
सूत्रों की मानें तो राजेश्वर कई दिनों से देवोलिना को मिलने के लिए बुला रहा रहा था, लेकिन देवोलिना नहीं आई। सचिन इससे परेशान था। उदानी को फंसाने के लिए सचिन ने देवोलिना का सहारा लिया। सचिन ने 28 नवंबर को राजेश्वर को व्हाट्सएप कॉल किया। सचिन के फोन से देवोलिना ने राजेश्वर से बात की। देवोलिना ने उसे विक्रोली में खड़ी गाड़ी में बैठ कर पनवेल आने को कहा। इसके बाद राजेश्वर ने अपनी कार विक्रोली में छोड़ दी। दिनेश के साथ वह ऐरोली टोल नाके से होते हुए पनवेल की तरफ गया।
नेरुल के पास कार में चढ़े सुपारी किलर
जिस कार में दिनेश और उदानी बैठे थे, उसमें नेरुल के पास चार अज्ञात लोग सवार हुए। बताया जा रहा है कि यह चारों सुपारी किलर थे। इन लोगों ने कार में ही राजेश्वर की गला दबा कर हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को पनवेल के पास झाडिय़ों में फेंक दिया। हत्या के बाद मौत की पुष्टि के लिए देवोलिना ने राजेश्वर का वीडियो व्हाट्सएप पर मंगाया।
बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि हत्या के दौरान सचिन पवार अपने घर पर मौजूद था। देवोलीना और सचिन पवार मृतक राजेश्वर उदानी को दोस्त के तौर पर जानते थे। पुलिस ने कहानी गढ़ी है जिसमें उनके मुवक्किल को फंसाया जा रहा है। देवोलीना भट्टाचार्य का इस केस से कोई भी संबंध नहीं है।
एड. समाधान सुलाने, वकील बचाव पक्ष