मुंबई यूनिवर्सिटी के कालीना कैंपस में जवाहर लाल नेहरू लाइब्रेरी शुरू की गई थी। इस लाइब्रेरी का फायदा इंटर्नशिप करने वाले या दिन में जॉब कर पढाई करने वाले छात्रों को भी प्राप्त होता था। क्योंकि लाइब्रेरी 24 घंटे चालू रहती थी जिससे रात को भी छात्र पढाई कर अपनी तैयारी को सुचारू रख सकते थे। रात के समय छात्रों को किसी भी तरह की समस्या ना हो इसके साथ ही सुरक्षा को देखते हुए लाइब्रेरी में कर्मचारी भी नियुक्त किये गए है। लेकिन छात्रों को मदद करने के बजाय छात्रों के साथ राजनीति करते हुए लाइब्रेरी के कुछ कर्मचारी यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट से शिकायत करते रहे। जिसके बाद मैनेजमेंट ने बिना छात्रों की राय जाने एक दिन पहले नोटिस जारी कर एक नवंबर से रात को लाइब्रेरी बंद कर दी। इस के कारण अब छात्र कई समस्याओं का सामना करते हुए रात के समय लाइब्रेरी के बाहर पढ़ने को मजबूर है।
यूनिवर्सिटी में पेड़ो और स्ट्रीट लाइट के नीचे पढ़ रहे हैं छात्र
1 नवंबर से लाइब्रेरी सुबह 8 बजे से रात के 10 बजे तक ही शुरू रहता है। सुबह के समय छात्र पढाई तो कर लेते हैं। लेकिन जो छात्र जॉब कर रहे हैं और रात के समय लाइब्रेरी में पढ़ते थे ऐसे छात्रों को अब लाइब्रेरी बंद होने की वजह से उन्हें अब पेड़ों के नीचे,लैंप पोस्ट के नीचे,गार्डन में बैठकर पढ़ना पढ़ रहा है। छात्रों का यह भी आरोप है कि कई छात्र यूनिवर्सिटी में ऐसे है जिनके पास घर नही है या होस्टल में रूम नही है ऐसे में सेंट्रल लाइब्रेरी उनके लिए एक बहुत बड़ा सहारा था। छात्रों का यह भी आरोप है कि अगले महीने परीक्षा भी है ऐसे में लाइब्रेरी बंद होने से छात्र कहा बैठकर पढ़ेंगे और तैयारी करेंगे।