मिली जानकारी अनुसार आरोपियों का लक्जरी याच मालदीव में खड़ा है, जिसे कब्जे में लेने के प्रयास शुरू हो गए हैं। साथ ही राकेश और सारंग वधावन से जुड़े 22 कमरों के घर और प्राइवेट जेट की जब्ती प्रक्रिया भी शुरू है। पहले ही आरोपियों की 3,500 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। शनिवार को भी ईडी ने एक प्राइवेट जेट के साथ ही आरोपियों के यहां से 60 करोड़ रुपए के आभूषण जब्त किए थे। बैंक के पूर्व अध्यक्ष सिंह के खातों पर भी रोक लगा दी गई है, जिनमें 10 करोड़ रुपए जमा हैं। एचडीआईएल से जुड़ीं 18 कंपनियों की जांच भी की जा रही है।
ईडी की पड़ताल में पता चला है कि एचडीआईएल के प्रमोटर ने पैसे खर्च करने में कोई कोताही नहीं बरती। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अभिनेता शाहरुख खान की आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के स्पांसरर्स में भी एचडीआईएल शामिल थी। फैशन, टीवी चैनल, न्यूज चैनल में भी कंपनी की हिस्सेदारी थी।
पीएमसी बैंक की गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक ने मुंबई पुलिस से एचडीआईएल प्रमोटरों के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा। मामले की जांच पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्लू) कर रही है। पुलिस ने एचडीआईएल के प्रमोटरों राकेश और सारंग वधावन को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही बैंक के पूर्व अध्यक्ष वरयाम सिंह और प्रबंध निदेशक जॉय थामस भी पुलिस हिरासत में हैं।
उल्लेखनीय है कि एचडीआईएल ने पीएमसी बैंक से बड़ा कर्ज लिया था, जिसमें से 4,335 करोड़ रुपए वह लौटा नहीं पाई। बैंक ने कंपनी के कर्ज को डूबंत खाते में डाल दिया, मगर इसकी जानकारी रिजर्व बैंक को नहीं दी। गड़बड़ी की आशंका को भांपते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने पीएमसी बैंक में पैसा जमा करने या निकालने पर रोक लगा दिया। हालांकि बैंक के ग्राहकों को छह महीने के दौरान 25 हजार रुपए निकालने की छूट दी गई है। कई राज्यों के गुरुद्वारों के भी पीएमसी बैंक में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा अटक गए हैं।