बेटों की अपेक्षा अनाथ बेटियों की संख्या रही अधिक सरकार भले ही कितन भी ‘बेटी बचाओÓ का अभियान देश में चला रही हो लेकिन, जमीनी स्तर पर यह खरा साबित होता दिखाई नहीं दे रहा है। संजीवनी बताती हंै कि अनाथ बच्चों में बेटियों की संख्या 80 प्रतिशत है और लड़कों की 20 प्रतिशत। लेकिन, अच्छी बात यह कि पिछले कुछ सालों में लड़कियों को गोद लेने वालों का प्रतिशत बढ़ा है। रायकर ने कहा हाल ही में कांजुरमार्ग के एक शौचालय में नवजात बच्ची फेंकी मिली थी और ऐसे कई शिशु झाडिय़ों में फेंके मिले हैं लेकिन, अधिकतर शिशु की मां के स्वर्गवास के बाद उनके परिजन उन्हें नही संभालते और हमें सौंप जाते हैं।