पुलिस के मुताबिक, पीड़ित लड़की अपने माता-पिता के साथ 19 अप्रैल को देवरी तहसील के गोटनपार गांव में एक रिश्तेदार के विवाह समारोह में गई थी। जहां अज्ञात आरोपी ने उसका अपहरण कर लिया। अगले दिन 20 अप्रैल को गोटनपार गांव के पास धवलखेड़ी जंगल में नाबालिग का क्षत-विक्षत शव मिला।
पीड़ित आदिवासी लड़की छठवीं की छात्रा थी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वारदात में शामिल अज्ञात आरोपी को पकड़ने की कोशिश की जा रही हैं। चिचगढ़ पुलिस ने अपराधी को दबोचने के लिए टीम बनाई है। सूत्रों ने बताया कि जंगल में पीड़िता का शव अर्ध-नग्न हालत में मिला था। घटनास्थल पर खून से सना एक बोल्डर मिला है। पुलिस ने कहा, पीड़ित लड़की 19 अप्रैल को लापता हो गई थी और 11 घंटे बाद उसका शव जंगल में मिला था। उसके सिर पर गंभीर चोट के निशान है, चेहरे औ गर्दन पर भी खरोंच के निशान हैं।
उधर, घटना के पांच दिन बाद भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर आदिवासी संगठनों ने विरोध शुरू कर दिया है। दोषी को फांसी की सजा देने की मांग हो रही है। पुलिस ने जल्द से जल्द दोषी को पकड़ने का दावा किया है।