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Elecrtion News : शिंदे ने दिया नया मंत्र, क्यों नहीं एकदूजे के बन जाएं कांग्रेस और एनसीपी!

locationमुंबईPublished: Oct 10, 2019 05:44:39 pm

Submitted by:

Rajesh Kumar Kasera

पूर्व केंद्रीय शिंदे (Sushil kumar shinde) ने कहा कि थक चुकी हैं कांग्रेस-एनसीपी, कर देना चाहिए विलय
शिंदे का बयान बेतुका, एनसीपी न थकी है न चुकी है: पवार (Sharad Pawar)
भाजपा-शिवसेना (BJP and Shivsena) सरकार से जनता नाराज, चुनावी बाद राज्य में बनेगी हमारी सरकार

Elecrtion News : शिंदे ने दिया नया मंत्र, क्यों नहीं एकदूजे के बन जाएं कांग्रेस और एनसीपी!

Elecrtion News : शिंदे ने दिया नया मंत्र, क्यों नहीं एकदूजे के बन जाएं कांग्रेस और एनसीपी!

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

मुंबई. कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विलय बाबत पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के सुझाव पर राज्य में सियासी तूफान खड़ा हो गया है। तमतमाए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता के बयान को बेतुका बताया है। एक चुनावी रैली में पवार ने कहा कि एनसीपी न थकी है और न चुकी है। रही बात कांग्रेस की तो उसके बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता। उन्होंने दावा किया कि विधानसभा चुनाव में एनसीपी अच्छा प्रदर्शन करेगी। पवार ने कहा कि भाजपा नीत राज्य सरकार के कामकाज से प्रदेश की जनता नाखुश है।

शिंदे के बयान पर सत्ताधारी भाजपा-शिवसेना युति (गठबंधन) ने चुटकी ली है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जो दल थक चुके हैं, भला वे राज्य का विकास कैसे करेंगे। पूर्व गृह मंत्री के बयान से साफ संकेत मिल रहा कि विपक्षी दल अभी से हार मान चुके हैं। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी के नेता खा-खा कर थक चुके हैं। दोनों को एक दूसरे का सहारा चाहिए, इसलिए शिंदे ने विलय का सुझाव दिया है। उद्धव अहमदनगर जिले के संगमनेर में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
कांग्रेस-एनसीपी की हार तय


फडणवीस ने कहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-एनसीपी की हार तय है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता को इसका आभास है। शायद इसीलिए उन्होंने सुझाया है कि दोनों दलों (कांग्रेस-एनसीपी) को एक हो जाना चाहिए ताकि विपक्ष का मजबूत विकल्प बन सकें। पूर्व उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि फिलहाल एनसीपी और कांग्रेस अलग-अलग दल हैं। हम अपने सिद्धांतों पर काम कर रहे हैं। हमारा ध्यान पूरी तरह से विधानसभा चुनाव पर है। रही बात एनसीपी के कांग्रेस में विलय की तो यह फैसला पवार साहब ही कर सकते हैं।
क्या है मामला


वरिष्ठ कांग्रेस नेता शिंदे ने मंगलवार को कहा था कि कांग्रेस और एनसीपी दोनों दल अब थक चुके हैं। हम एक ही मां की गोद में पले-बढ़े हैं। इंदिरा गांधी, यशवंतराव चव्हाण के नेतृत्व में हमने काम किया है। जिस मुद्दे को लेकर एनसीपी का गठन हुआ, वह अब गौण हो चुका है। जो उनके मन में है, वही हमारे मन में भी है। भविष्य में दोनों दल एक साथ होंगे और इसकी शुरुआत सही अर्थ में सोलापुर से हुई है। सोलापुर शहर उत्तर विधानसभा सीट से एनसीपी उम्मीदवार मनोहर सपाटे के चुनाव संपर्क कार्यालय के उद्घाटन अवसर पर वे बोल रहे थे।

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