शहर की दुर्गापुरी कॉलोनी में रहने वाला राजवीर प्रजापति रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण-पोषण करता आ रहा है। उसके पास छोटा सा प्लॉट है, जिस पर दो कमरों की पुरानी दीवार खड़ी है, लेकिन छत नहीं है। हाल ही में एक व्यक्ति उसके घर आया और बोला कि सरकारी आवास योजना के तहत उसे ढाई लाख रुपए की सहायता मिल सकती है।
व्यक्ति ने बाकायदा कुछ लिखा-पढ़ी की और राजवीर से कहा कि पैसा स्वीकृत कराने पर छह हजार रुपए का खर्च आएगा। इसके बाद उसने राजवीर से आधार कार्ड की छायाप्रति और बैंक पासबुक की फोटोकॉपी भी ली। राजवीर के पास पैसे नहीं थे, इसलिए उसने किसी से उधार लेकर मंगलवार को उसे पैसे दे दिए। लेकिन इसके बाद वह व्यक्ति लापता हो गया। अपना जो फोन नंबर उसने राजवीर को दिया था, वह भी किसी और का है। धोखाधड़ी का अहसास होने के बाद राजवीर ने पुलिस को एक आवेदन भी दिया है। राजवीर ने बताया कि जिस व्यक्ति से उसने पैसे लिए थे, उसे भी धोखाधड़ी की बात पता चल गई है, इसलिए वह भी अपनी रकम लौटाने के लिए दबाव बना रहा है।
सीसीटीवी फुटेज से उम्मीद
जो व्यक्ति छह हजार रुपए ठगकर ले गया, उसे राजवीर जानता नहीं है। लेकिन जिस जगह उसने पैसे लिए वहां के सीसीटीवी कैमरा फुटेज से राजवीर को उम्मीद है। उसने बताया कि व्यक्ति ने उसे पैसे लेकर जेल रोड पर बुलाया था। जिस जगह उसने पैसे लिए, वहां सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है। निश्चित तौर पर कैमरे में उस व्यक्ति का चेहरा आया होगा। यदि पुलिस फुटेज देखे तो ठगी करने वाले को पहचाना जा सकता है।