लगाने पड़ते थे चक्कर
अभी तक वाहन खरीदने के बाद लोगों को आरसी के लिए परिवहन विभाग के चक्कर काटने पड़ते हैं। परिवहन मंत्रालय अपने विभाग को भी डिजिटल करने की कोशिश में जुटा है। सारथी फोर सिस्टम के तहत सारे काम आनलाइन कर रहा है। इससे पारदर्शिता तो आएगी ही, लोगों को दलालों से राहत भी मिलेगी। पिछले दिनों शहर के अधिकारियों को लखनऊ में ट्रेनिंग दी गई है। इसके बाद 27 फरवरी से आनलाइन वीआइपी नंबर की नीलामी की व्यवस्था शुरू हो गई है। छह मार्च से आनलाइन फिटनेस की सुविधा भी शुरू होगी। इसके तहत ही 31 मार्च तक वाहन खरीदने वालों के लिए आरसी घर बैठे और तत्काल उपलब्ध कराने की योजना भी है।
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डिजीटल प्रिंट निकाल सकेंगे
एआरटीओ जे पी गुप्ता ने बताया कि वाहन खरीदते ही एजेंसी संचालक आरसी के लिए आनलाइन कागज परिवहन विभाग भेजेगा और साथ ही टैक्स जमा कर देगा। इससे तत्काल उपभोक्ता के मोबाइल पर वाहन नंबर मिल जाएगा और 24 घंटे के अंदर मेल से आरसी भी आ जाएगी। वाहन चालक आरसी का प्रिंट निकालने के साथ ही चाहे तो इसे डिजिटल मोड में भी रख सकते हैं। चेकिंग के दौरान इस डिजिटल आरसी को दिखा सकते हैं, जोकि मान्य होगी।
पहले ये थी व्यवस्था
अभी तक वाहन खरीदने के बाद वाहन स्वामियों को एजेंसी के साथ ही आरटीओ कार्यालय के चक्कर लगाने होते थे। जल्दबाजी के लिए दलालों का भी सहारा लेना पड़ता था। जिससे कार्यालय में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता था।
आम लोग खुश
वहीँ अब मेल पर आर सी मिलने की खबर से वाहन स्वामियों ने ख़ुशी जाहिर की है। उनके मुताबिक इस योजना से वाकई आम ग्राहकों को फायदा मिलता था। फ्रीडम फाइटर के संयोजक अरविन्द मिश्र के मुताबिक अभी तक आरटीओ ऑफिस में बिना दलालों के काम हो नहीं पाता था। वरिष्ठ अधिवक्ता विशेष स्वरुप माथुर ने इसे एक मील का पत्थर बताया। उनके मुताबिक इससे सीधे सीधे भ्रष्टाचार में कमी आएगी साथ ही सेवाओं में तेजी और आम लोगों को राहत मिलेगी।