पांच लोगों पर केस दर्ज तीन तलाक और हलाला पीड़ित महिला की शिकायत पर अब नखासा थाने में पति, ससुर और दो मौलवियों समेत पांच लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। मुकदमा एडीजी के निर्देश पर दर्ज हुआ है। पीड़िता ने नखासा पुलिस पर मुकदमा दर्ज करने के लिए रिश्वत की मांग करने का आरोप भी लगाया था।
क्या है मामला दरअसल, मामला तीन तलाक और हलाला से जुड़ा हुआ है। जानकारी के अनुसार, दिसम्बर 2014 में पीड़िता की शादी नखासा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक श्ाख्स से हुई थी। कुछ दिन बाद ही उसे तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया गया था। जनवरी 2016 में पीड़िता ने ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। इससे घबराकर दिसंबर 2016 में दोनों पक्षों में समझौता हो गया और वह वापस ससुराल आ गई। तलाक होने के बाद महिला को हलाला करने को कहा गया। 24 दिसंबर 2016 को दो मौलवियों ने ससुर के साथ जबरन उसका हलाला कराया। सुबह ससुर ने उसे तलाक दे दिया। इसके बाद पीड़िता को इद्दत के लिए कमरे में बैठा दिया गया। वहां उसके पति के मामा ने उससे बलात्कार किया। बाद में वह गर्भवती हो गई तो पति ने उसे साथ रखने से इंकार कर दिया। इसके बाद वह मायके चली आई। वहां उसने एक पुत्र को जन्म दिया।
एडीजी के निर्देश पर दर्ज हुआ मुकदमा आरोप है कि पीड़िता आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने के चक्कर काटती रही, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद पीड़िता ने एडीजी प्रेमप्रकाश से शिकायत की, जिस पर नखासा पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की। नखासा थाना प्रभारी सरवेंद्र कुमार शर्मा का कहना है कि पीड़िता के पति, ससुर, मामा और दो मौलवियों के खिलाफ बलात्कार का केस दर्ज किया गया है।