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मस्जिद-मस्जिद जाने पर प्रधानमंत्री के खिलाफ आजम ने कसा तंज

locationमुरादाबादPublished: Sep 25, 2018 08:43:09 pm

Submitted by:

Iftekhar

आजोम खान बोले-कभी टोपी पहनने से इनकार करने वाले अब पढ़ रहे हैं कुरआन की आयतें

Azam khan

मस्जिद-मस्जिद जाने पर प्रधानमंत्री के खिलाफ आजम ने कसा तंज

रामपुर. अपने बयानों को लेकर हमशा सुर्खियों में रहने वाले समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आजम खान ने एक बार फिर बेबाक बयान दिया है। आजम ने मुस्लिम तुष्टिकरण का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर मंगलवार को जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कभी मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार करने वाले पीएम अब वोटों के लिए मस्जिद में जाकर कभी कलमा पढ़ रहे हैं तो कभी कुरआन की आयतें पढ़ रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यही छोटी दाढ़ी वाले जनाब कुछ साल पहले बड़ी दाढ़ी वाले से टोपी पहनने से इंकार कर रहे थे । लेकिन अब वे मस्जिद जाकर कुरआन की आयतें बढ़ते हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में पूछा कि यह तुष्टिकरण नहीं तो क्या है।

मुख्यमंत्री योगी पर किया करारा हमला
इसके साथ ही सपा नेता आजम खान ने अपने गृह जिले में रुके हुए विकास कार्यों को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार बदलने के बाद रामपुर के विकास कार्यों का पैसा वापस करवा लिया गया है। सरकार के इसी रवैये की वजह से यहां विकास कार्य बंद हो गया है। विकास कार्य जिन्होंने बंद किए हैं, वह देश के सबसे बड़े गद्दार हैं। इनसे बड़ा कोई गद्दार नहीं हो सकता। असली देशद्रोही यही है, जो राजनीतिक वजहों से जनहित के कामों को रोक रहे हैं।

रामपुर को मॉडर्न शहर बनाने का दिलाया भरोसा
इस मौके पर आजम खान ने कहा कि अगर सत्ता फिर से समाजवादी पार्टी के हाथ लगती तो मैं रामपुर को एक मॉडर्न शहर बना देता, लेकिन जो काम यहां चल रहे थे, वह इस सरकार ने बंद करा दिए । सड़कों का पैसा यहां से वापस करा लिया गया। पुलों का काम यहां रुकवा दिया गया। बैराज बनाने से यहां मना कर दिया गया । अल्पसंख्यक विभाग से बन रहे स्कूलों का काम रुकवा दिया गया। इसके अलावा गांव में लोहिया आवास बंद कर दिए और शहरों में आसरा आवास के निर्माण को भी बंद करवा दिया गया है।

प्रशासन के दिए काम जल्द पूरा कराने के निर्देश
सपा नेता आजम खान ने स्थानीय प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा है कि 15 दिन के भीतर अगर लालपुर डैम के पुल का सिलेब डलवाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हुई या फिर उन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला तो वह अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ कोसी नदी के पानी में खड़े होकर मानव श्रृंखला बनाकर विरोध प्रकट करेंगे। आजम खान ने कहा है कि पानी की धार तो काफी तेज है, लेकिन हम पानी में बह क्यों ना जाएं, लेकिन मानव श्रृंखला बनाकर विरोध जरूर करेंगे। इसके लिए हम ने कमर कस ली है। आज़म खान ने आरोप लगाया कि रामपुर प्रशासन कर्फ्यू जैसे हालात पैदा कर रहा है। धारा 144 के के जरिए हमारे लोगों को यहां आने नहीं दिया जा रहा है।


पूर्व एसपी विपिन ताड़ा पर भी आजम ने लगाए गंभीर आरोप
सपा नेता आजम खान ने पूर्व एसपी विपिन ताड़ा पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि पुराने एसपी रामपुर से 100 करोड़ रुपए कमा कर ले गए हैं। उन्होंने रामपुर में खनन माफियाओं से अच्छे संबंध बना लिए थे और इन्हीं संबंधों की वजह से 100 करोड़ से ज्यादा रुपए कमा कर यहां से ले गए, क्योंकि केंद्र की सरकार में उनके ससुर साहिब मंत्री हैं। उनकी हालत ऐसी थी मानो, सैंया भए कोतवाल तो डर काहे का।

भाजपा के कार्यकर्ताओं को आजम ने बताया चोर
इसके अलावा सपा नेता आजम खान ने जिले के भाजपाइयों पर निशाना साधते हुए चोरी के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कहा कि अपने शासनकाल में हमने नगर की सड़कों पर महंगे महंगे बल्ब लगवाए थे, जिन की कीमत पच्चीस हजार प्रति बल्ब तक थी। उनको चुरा कर ले गए। इसके अलावा कई बेंचे जो क्रेन से सड़क किनारे लगवाई थी, उनको भी उठा कर ले गए। सत्ता इनके हाथ में है और चोर भी यही है, लेकिन प्रशासन खुली आंख से देख रहा है मगर कार्रवाई नहीं करने पर मजबूर है।

जनता चुका रही है राजनीति की कीमत
गौरतलब है कि सपा नेता आजम खान मंगलवार को अपने बेटे स्वार टांडा विधायक, अब्दुल्ला आज़म और अपने पुराने मित्र चमरोवा विधायक नसीर खान के साथ स्वार टांडा पर अधबने पुल पर गए थे। जहां पर उन्होंने यह बातें कहीं है। आपको बता दें सपा शासन काल में करोड़ों रुपए की योजना का शिलान्यास आजम खान की मौजूदगी में शिवपाल यादव ने किया था। इस दौरान पुल और बैराज का काम भी हुआ, लेकिन उत्तर प्रदेश में सत्ता बदल जाने के बाद यह काम बंद हो गए। हालांकि, वर्तमान सरकार के इस फैसले की कीमत जनता चुका रही है। बरसात के इस मौसम में हालात ये है कि कई दर्जन गांव के के संपर्क जिला मुख्यालय से कट चुके हैं। नजदीकी जिला मुरादाबाद की सीमा से होकर रामपुर के लोग मुख्यालय पहुंचते हैं या फिर नदी पार करके ही रामपुर आ पाते हैं।

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