29 को आनी थी बरात
मुश्ताक ने बताया कि रिश्ता तय होने के बाद मंगेतर और उसके परिजन ने सात लाख रुपये नगद ले लिए। शादी की तैयारी पूरी हो गई थी। 29 अप्रैल को बरात आनी थी। शादी के कार्ड बांट दिए गए थे। अचानक वर पक्ष के लोगों ने दहेज में 11 लाख रुपये नकद लेने की मांग शुरू कर दी।
लड़की के पिता ने आत्महत्या की कोशिश की
पीड़ित का कहना है कि उसने वर पक्ष के लोगों को समझाया। यह भी कहा कि बाद में और रुपये भी दे दूंगा लेकिन, उन्होंने एक नहीं सुनी। मांग पूरी ना होने पर उन्होंने बरात लाने से मना कर दिया। इस सदमे में लड़की के पिता मुश्ताक ने आत्महत्या की कोशिश की।
लड़की भी गुमसुम
दुल्हन बनकर ससुराल विदा होने की सपना देख रही युवती भी गुमसुम हो गई। युवती के भाई हसन ने बताया कि ईद पर भी बहन के मंगेतर और उसके परिजन को हमारे परिवार के लोगों ने हजारों रुपये का सामान दिया था। शादी तय होने से पहले उन्हें बताया गया था लड़का बिजली का काम करता हैं और उसके पिता के चार मकान दिल्ली में हैं लेकिन, इसमें भी आधी सच्चाई नहीं है। आरोपियों के खिलाफ होगी कड़ी कार्रवाई
मामले में आरोपित मंगेतर तस्लीम उसके पिता जफरुद्दीन, भाई बबलू , रिजवान, अफजाल, मां हसीना, बहन तबस्सुम सहित आठ लोगों के खिलाफ दहेज अधिनियम की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज करा दी है। प्रभारी निरीक्षक सर्वेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।