दरअसल मुरादाबाद में शहर के बीचों बीच जेल मौजूद है। जिसे यहां से ट्रांसफर करने की कवायद पिछले एक अरसे से चल रही है। कुछ समय पूर्व सदर के एक एसडीएम ने तहसीलदार ओर अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर होटल और दवा कारोबारी सौरव जैन को बरेली रोड स्थित मूढापांडेय में ज़मीन ख़रीदवाई। जबकी ज़मीन जेल प्रोजेक्ट की सीमा में नहीं आ रही थी। इसके बाद इस जमीन को प्रशसन द्वारा चार गुना रेटो में होटल कारोबारी से खरीद लिया गया। सारे पैसे की सबने जमकर बंदरबाट की।
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ऐसे हुआ खुलासा
इसी दौरान जेल प्रोजेक्ट के अंदर मौजूद वक्फ की ज़मीन से इस जमीन का समायोजन कर दिया गया। वक्फ के लोग इस मामले को कोर्ट ले गए। जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर जब पूरे मामले की जांच की गई तो पूरे खेल से पर्दा उठ गया। फिलहाल पूरे मामले की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ शासन को रिपोर्ट भेज दी गई है। जिसके बाद अब इन पर कार्यवाही का इंतज़ार किया जा रहा है।