इस रिंग को पहनकर उंगलियों के इशारों से होगी चैटिंग, स्मार्टफोन निकालने की नहीं पड़ेगी जरूरत घर में चोरी नहीं होने देता ये छोटा CCTV कैमरा, कीमत महज 1600 रुपये भारत सरकार की तरफ से भी WhatsApp से इस सिलसिले में बात की गयी थी और जल्द इस दिशा में कोई बड़ा कदम उठाने को लेकर बात की गयी थी। सरकार की तरफ से मिली चेतावनी के बाद अब WhatsApp इस मामले को गंभीरता से ले रहा है। कंपनी अब ऐसे लोगों के साथ जुड़कर काम करेगी जो लोग मॉब लिंचिंग रोकने में कंपनी की मदद करेंगे।
BSNL ब्रॉडबैंड देगा अनलिमिटेड वैलिडिटी, Jio गीगाफाइबर को पछाड़ने के लिए तैयार किया प्लान WhatsApp ने मॉब लिंचिंग रोकने के लिए भारत के बड़े शैक्षिक जानकारों को अपने साथ जोड़ने का फैसला कर लिया है। यह एक तरह की रिसर्च है जिसमें कंपनी ये पता लगाएगी कि आखिर ऐसी अफवाहें कैसे फैलती है। कंपनी ने बताया कि उनके साथ जुड़कर काम करने के लिए 12 अगस्त तक आवेदन किया जा सकता है। लेकिन कंपनी के साथ जुड़ने के लिए आपके पास PhD होनी जरूरी है। जिसके बाद सिलेक्शन की जानकारी 14 सितंबर तक लोगों को ईमेल पर दी जाएगी।