लैटिन अमरीकी देशों से सुधरेंगे संबंध
रवाना होने से पहले उपराष्ट्रपति दफ्तर ने वेंकैया नायडू के हवाले से कहा कि मैं अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा पर जा रहा है। ग्वाटेमाला, पनामा और पेरू जैसे लैटिन अमरीकी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान तीनों देश के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इन देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय और छात्रों से भी मुलाकात करेंगे।
रवाना होने से पहले उपराष्ट्रपति दफ्तर ने वेंकैया नायडू के हवाले से कहा कि मैं अपनी पहली आधिकारिक विदेश यात्रा पर जा रहा है। ग्वाटेमाला, पनामा और पेरू जैसे लैटिन अमरीकी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान तीनों देश के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इन देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय और छात्रों से भी मुलाकात करेंगे।
इन देशों से गहरे हुए भारत के संबंध
उपराष्ट्रपति के दौरे से एक दिन पहले विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि नायडू का यह दौरा लैटिन अमरीकी देशों के साथ संबंधों को महत्व देने के संदर्भ में हो रहा है। बयान के मुताबिक, ‘पिछले कुछ वर्षो में राजनीतिक और व्यापारिक दोनों क्षेत्रों में भारत के संबंध गहन हुए हैं, जो जुलाई 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्राजील के दौरे के साथ शुरू हुए थे।’
उपराष्ट्रपति के दौरे से एक दिन पहले विदेश मंत्रालय ने जारी बयान में कहा कि नायडू का यह दौरा लैटिन अमरीकी देशों के साथ संबंधों को महत्व देने के संदर्भ में हो रहा है। बयान के मुताबिक, ‘पिछले कुछ वर्षो में राजनीतिक और व्यापारिक दोनों क्षेत्रों में भारत के संबंध गहन हुए हैं, जो जुलाई 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्राजील के दौरे के साथ शुरू हुए थे।’