अमरीकी वित्त मंत्री स्टीवन नुचिन के हवाले से मीडिया की खबरों में बताया गया है, “हम सऊदी अरब के जिन अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा रहे हैं, वे जमाल खशोगी की हत्या में शामिल हैं। अमरीका में रह चुके और काम कर चुके एक पत्रकार की नृशंस हत्या में शामिल इन लोगों को इनके कुकृत्यों की सजा मिलेगी।” उन्होंने आगे कहा, “सऊदी अरब सरकार को राजनीतिक प्रतिद्वंदियों और पत्रकारों पर हमलों को रोकने के लिए उचित कदम उठाने होंगे।” वित्त विभाग ने अल-कहतनी पर खशोगी की हत्या की योजना बनाने और उसे अमली जामा पहनाने में सहयोग करने का आरोप लगाया। जिन लोगों पर अमरीका ने प्रतिबंध लगाया है उनमें सऊदी अरब के महावाणिज्य दूत मोहम्मद अल-ओतैबी तथा अल-कहतनी के अधीनस्थ महेर मुतरेब और हत्या में कथित रूप से शामिल 14 अन्य लोग भी हैं।
उधर पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में सऊदी अरब ने फिर से सफाई दी है। सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदेल अल जुबेर का कहना है कि पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का हाथ नहीं था। सऊदी विदेश मंत्री अल जुबेर ने रियाद में संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। बता दें की खशोगी की हत्या के मामले में सऊदी अरब पर दिन पर दिन दवाब बढ़ता जा रहा है।