23 हजार फीट ऊंचाई तक राख फैल गई शुक्रवार को एयरपोर्ट के बंद होने के साथ ही यहां आने-जाने वाले 450 उड़ानों को रद कर दी गईं। गुरुवार शाम को माउंड आगुंग के ज्वालामुखी में विस्फोट के साथ आसमान में दो हजार मीटर तक धुआं छाया रहा। ज्वालामुखी फटने की वजह से 23 हजार फीट ऊंचाई तक राख फैल गई। इन हालातों में पायलट को मुश्किल का सामना करना पड़ा,यह देखते हुए शुक्रवार सुबह एयरपोर्ट बंद करा दिया गया। विमानों के लिए यह राख खतरनाक हो सकता है। यह धुआं विमान के इंजन में प्रवेश कर इसे खराब कर सकता है।
शांति बनाए रखने की अपील अधिकारियों के अनुसार, बाली का यह इंटरनेशनल गेटवे और दो डोमेस्टिक एयरपोर्ट को कम से कम शुक्रवार शाम तक बंद ही रखा जाएगा। बाली के गर्वनर की ओर से शांति बनाए रखने की अपील की गयी है। उन्होंने कहा है,वह अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रहे हैं कि सभी पर्यटक अपनी ट्रिप को जारी रख सकें। बाली का पर्यटक स्थल कुटा से यह ज्वालामुखी 75 किलोमीटर दूर है। आगुंग में विस्फोट पिछले साल भी हुआ था। इसका सबसे बड़ा विस्फोट 1963 में हुआ था जिसके कारण 1,600 लोग मारे गए थे। इंडोनेशिया दुनिया का सबसे अधिक सक्रिय ज्वालामुखी वाला क्षेत्र है और यह पैसिफिक ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है जहां टेक्टोनिक प्लेट आपस में टकराते हैं। इस टकराव के कारण ज्वालामुखी विस्फोट और भूकंप जैसी गतिविधियां होती रहती हैं।