आतंकवाद से निपटने के लिए भारत का साथ
ट्रंप की प्रेस सचिव सारा सैंडर्स ने एक बयान में कहा, ‘अमरीका ने पाकिस्तान को उसकी जमीन से संचालित सभी आतंकी गुटों को मदद व पनाह देना तत्काल बंद करने की चेतावनी दी है, क्योंकि क्षेत्र में हिंसा और आतंक का बीज बोना ही उनका लक्ष्य है। इस हमले से आतंकवाद से निपटने के लिए अमरीका और भारत के बीच सहयोग और समन्वय के संकल्प को मजबूती मिली है।’
चीन-अफगानिस्तान का बयान
वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय ने भी शुक्रवार को हमले की निंदा करते हुए उम्मीद जताई कि संबद्ध क्षेत्रीय देश आतंकवाद के खतरे से निपटने में सहयोग करेंगे और एकजुट होकर क्षेत्र की शांति व स्थिरता बनाए रखेंगे। चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि जेएएम को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने प्रतिबंधित सूची में शामिल कर लिया है। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी और चीफ एग्जिक्यूटिव अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने आतंकवाद के खिलाफ मुकाबले में देशों के बीच एकजुटता और सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया। गनी ने आतंकवाद को कैंसर बताते हुए इसका खात्मा करने के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।
हमले के मुजरिम और प्रायोजकों को मिले सजा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी इस घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक संदेश भेजा। इसमें घटना को जघन्य अपराध बताते हुए उन्होंने इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा कि हमले के मुजरिम और प्रायोजकों को निस्संदेह उचित सजा मिलनी चाहिए। इसके साथ ही यूरोपीय संघ (ईयू) ने एक बयान में भारत के रणनीतिक साझीदार के तौर पर अपनी पूरी एकजुटता दोहराई है।
भारत के साथ खड़े हैं ये देश
इसके अलावा सऊदी अरब ने भी इस कायराना हमले की निंदा करते हुए कहा कि वह आतंकवाद और अतिवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़ा है। कनाडा की विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने कहा कि उनका देश आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक जंग के समर्थन में अडिग है। इंडोनेशिया और आस्ट्रेलिया ने भी इस आतंकी हमले की निंदा की है।
भारत की कार्रवाई
इस हमले से भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से तनावपूर्ण कूटनीतिक संबंधों को और नुकसान पहुंचा है। नई दिल्ली ने कहा कि इस हमले में इस्लामाबाद की संलिप्तता को लेकर उसके पास सबूत है। भारत ने पाकिस्तान से तरजीही राष्ट्र का दर्जा वापस ले लिया है, जोकि पाकिस्तान को विश्व व्यापार संगठन के तहत भारत ने 1996 में दिया था। पाकिस्तान ने हालांकि इन आरोपों को खारिज किया है कि उसका हमले को अंजाम देने वाले आतंकियों के साथ संबंध है। गौरतलब है कि जेएएम के एक आतंकी ने श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर पुलवामा जिले में गुरुवार को सीआरपीएफ के एक दस्ते पर कार बम से हमला किया।