यह सामान्य घटना नहीं
इसमें उन्होंने कहा है गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर 10 आसियान देशों के नेताओं की एक साथ मौजूदगी उनकी ओर से अभूतपूर्व शुभेच्छा का प्रतीक है। यह कोई सामान्य घटना नहीं है। यह भारत और आसियान की साझेदारी और मजबूत बनाने वाली उनके 190 करोड़ लोगों की उम्मीदों से भरी उल्लेखनीय यात्रा में ऐतिहासिक मील का पत्थर है।
आसियान और भारत अब रणनीतिक साझेदार
उन्होंने आगे लिखा है कि दो दशक से कुछ पहले ही भारत ने वैश्विक तानेबाने में हो रहे बदलावों के लिए अपने द्वार खोले थे और सहज प्रवृति वश उसने पूरब का रुख किया। उन्होंने कहा समय के साथ आसियान और भारत सिर्फ बातचीत करने वाले साझेदार से रणनीतिक साझेदार बन चुके हैं। हर आसियान सदस्य के साथ हमारी कूटनीतिक, आर्थिक और सुरक्षा साझेदारी बढ़ रही है।
आसियान भारत का चौथा बड़ा व्यापारिक साझेदार
मोदी ने लिखा आगे लिखा कि हम हमारे समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमारा आपसी कारोबार और निवेश कई गुणा बढ़ चुका है। आसियान भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत आसियान का सातवां। भारतीयों निवेशकों के विदेशों में होने वाले निवेश का 20 प्रतिशत आसियान में है।
मोदी ने लिखा आगे लिखा कि हम हमारे समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमारा आपसी कारोबार और निवेश कई गुणा बढ़ चुका है। आसियान भारत का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और भारत आसियान का सातवां। भारतीयों निवेशकों के विदेशों में होने वाले निवेश का 20 प्रतिशत आसियान में है।
आसियान देश के सदस्य
भारत के 69वें गणतंत्र दिवस पर 10 आसियान देश के राष्ट्र प्रमुखों ने हिस्सा लिया। भारत-आसियान मैत्री के 25 वर्ष पूरे होने पर उपलक्ष्य में सभी 10 देशों की विभूतियों को पद्मश्री सम्मान भी भारत की ओर से दिया गया है। सिंगपुर के नेतृत्व में आसियान भारत में निवेश का अग्रणी स्रोत है। आसियान देशों में थाईलैंड, वियतनाम, म्यांमार, सिंगापुर, फिलिपींस, मलेशिया, ब्रुनेई, लाओ, इंडोनेशिया और कंबोडिया शामिल हैं।