शिखर सम्मेलन की तैयारी माना जा रहा है कि आयोग की यह बैठक भारत में अगले महीने की शुरुआत में होने वाले 19वें भारत-रूस शिखर सम्मेलन की तैयारियों के मद्देनजर हुई। सुषमा ने कहा कि दोनों पक्ष अभी शिखर सम्मेलन की तैयारियों पर काम कर रहे हैं। राष्ट्रपति पुतिन के अगले माह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए भारत पहुंचने की उम्मीद है। सुषमा ने कहा कि उपप्रधानमंत्री और उन्होंने अपने संबंधों की विस्तृत समीक्षा की। वह बैठक के परिणाम से संतुष्ट हैं। उन्हें भरोसा है कि इस चर्चा से आने वाले समय में सभी मौजूदा तथा नए क्षेत्रों में तालमेल मजबूत होगा।
दोतरफा निवेश का लक्ष्य तय किया बैठक में भारत और रूस ने साल 2025 तक 3500 अरब रुपए के दोतरफा निवेश का लक्ष्य तय किया है। सुषमा स्वराज ने बोरिसोव के साथ 23वें भारत-रूस अंतरसरकारी तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग आयोग (आइजीआइजीसी-टीईसी) बैठक की सह-अध्यक्षता के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि साल 2017 में भारत और रूस के बीच का व्यापार 711 अरब रुपए तक पहुंच चुका है। उन्होंने कहा, हमने व्यापार बढ़ाने के तरीकों और रास्तों पर चर्चा की। इनमें व्यापार संतुलन सुनिश्चित करने और बाधाओं को दूर करने पर भी चर्चा हुई। स्वराज ने कहा कि दोतरफा निवेश पहले ही 2100 अरब रुपए के लक्ष्य को पार कर गया है, जिसे हमने साल 2025 तक पूरा करने का तय किया था।