यह मंदिर ब्लूचिस्तान के लसबेला जिले में स्थित है। इसके पास हिंगलज नेशनल पार्क भी बना हुआ है। यहां मार्च के महीने में सबसे ज्यादा भक्त आते हैं। यहां हिन्दू-मुस्लिम दोनों ही दर्शन करने आते हैं।
पाकिस्तान के कराची में स्थित यह मंदिर लगभग 150 साल पुराना है। यहां पर हनुमान जी की पूजा की जाती है। पाकिस्तान में बसे हिंदू समुदाय के लोग इस मंदिर में पूजा करते हैं। प्राचीन मंदिरों में से एक इस मंदिर में भगवान राम की पूजा अर्चना की जाती है।
पाकिस्तान में बने सबसे पुराने मंदिरों में से एक जहां पर पूरे मंदिर की दीवारों और छतों पर नक्काशी की गई है। यहां पर जुलाई-अगस्त के समय दोनों समुदाय के लोगों को दर्शन करते हुए देखा जाता है।
ये मंदिर करीब 1000 साल पुराना है। यहां समुद्र के देवता वरुण की पूजा की जाती है। इस मंदिर में मई-जून के महीने में सबसे ज्यादा भक्तों की तादाद देखने को मिलती है।
कालका गुफा मंदिर, सिन्ध
यहां कालका माता को पूजने के लिए साल भर लोगों का तांता लगा रहता है। कहा जाता है यहां नवरात्रि में मुस्लिम समुदाय के लोग भंडारा कराते हैं।
सूर्य देव की पूजा के साथ यहां पर अन्य देवी-देवताओं की मूर्ति भी लगी हुई है। यहां पर नवम्बर-जनवरी महीने में ज्यादा भीड़ रहती है।
दुर्गा मंदिर, बलूचिस्तान
पाकिस्तान में बलूचिस्तान प्रांत के लासबेला जिले में हिंगोल नदी के किनारे बना यह दुर्गा मंदिर हिंगलाज के नाम से भी जाना जाता है।