14वें आसियान समिट में प्रधानमंत्री ने कहा कि जो देश आतंकवाद का निर्यात कर रहा है उसे इनाम नहीं सजा दी जानी चाहिए
वियंतिन। लाओस में जारी 14वें आसियान समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र ने बिना नाम लिए एक बार फिर पाकिस्तान पर निशाना साधा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जो देश आतंकवाद का निर्यात कर रहा है उसे इनाम नहीं सजा दी जानी चाहिए। वहीं पाक पर बरसने वाले मोदी ने चीन के खिलाफ कूटनीतिक बात कही। उन्होंने साफ किया कि समुद्री तटों पर यूनाइटेड नेशन के कानून का पालन होना चाहिए। मोदी ने कहा कि नौवहन की स्वतंत्रता किसी भी सूरत में प्रभावित नहीं होनी चाहिए। इस दौरान मोदी ने कहा कि आतंकवाद, चरमपंथ और हिंसा, समाज की सुरक्षा के लिए खतरा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत क्षेत्र में शांति के लिए हर संभव काम करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अपनी एक्ट ईस्ट पॉलिसी के तहत काम करेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आसियान तथा पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलनों में हिस्सा लेने और सामरिक रूप से महत्वपूर्ण दक्षिणपूर्व एशिया क्षेत्र के साथ भारत के व्यापार एवं सुरक्षा रिश्तों को मजबूत करने के लिए यहां पहुंचे हैं।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के बढ़ते निर्यात पर चिंता जताई और कहा कि यह सुरक्षा पर मंडराने वाला साझा खतरा है। उन्होंने आतंकवाद से निपटने के लिए आसियान के सदस्य देशों से समन्वित प्रतिक्रिया देने की अपील की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का निर्यातए बढ़ता कट्टरपंथ और अत्यधिक हिंसा का प्रसार हमारे समाजों की सुरक्षा पर मंडराने वाले साझा खतरे हैं। यह खतरा स्थानीय, क्षेत्रीय और इसके साथ-साथ परिवर्तनशील है। आसियान के साथ हमारी साझेदारी विभिन्न स्तरों पर समन्वय और सहयोग के जरिए प्रतिक्रिया चाहती है। बढ़ती पारंपरिक और गैर पारंपरिक चुनौतियों के मद्देनजर संबंधों में राजनीतिक सहयोग बेहद महत्वपूर्ण हो गया है।
अपनी दो दिन की लाओस यात्रा के दौरान शिखर सम्मेलनों से इतर मोदी कई द्विपक्षीय बैठक करने वाले हैं। भारत 21 सदस्यों वाले एपीईसी में शामिल होना चाहता है। यह तीसरा मौका है जब मोदी दोनों शिखर सम्मेलनों में हिस्सा ले रहे हैं। अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा लाओस के वियंतिन में हो रहे आसियान शिखर सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से द्विपक्षीय मुलाकात करेंगे।