जल्द से जल्द चुनाव कराने की अपील की विपक्षी नेता जुआन गुइदो द्वारा खुद को लैटिन अमरीकी देश का अंतरिम राष्ट्रपति घोषित करने के बाद यूरोपीय देशों की मांग पर मादुरो ने कहा कि वह उनके पद छोड़ने के दबाव में नहीं आएंगे। मादुरो ने मीडिया में दिए एक साक्षात्कार में कहा कि वे टकराव की चरम स्थिति में बांधने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि स्पेन के पीएम पेड्रो सांचेज ने फिर मादुरो से देश में जल्द से जल्द चुनाव कराने की अपील की।
मानवीय संकट दूर हो सकेगा उधर ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गुइदो को अंतरिम राष्ट्रपति की मान्यता देने से मानवीय संकट दूर हो सकेगा। फ्रांस, ऑस्ट्रिया, स्वीडन और डेनमार्क ने भी जुआन गुइदो को वेनेजुएला के अंतरिम नेता के तौर पर मान्यता दे दी है। राष्ट्रपति मादुरो अलग-थलग पड़ते दिखाई दे रहे हैं। इन सभी देशों ने मादुरो को रविवार तक की समय सीमा देकर चुनाव कराने की मांग की थी, लेकिन मादुरो ने उनकी मांग को स्पष्ट रूप से खारिज कर दिया।
सैन्य दखल को बताया विकल्प अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना कि समय सीमा खत्म होने के बाद सैन्य विकल्प ही बचता है। वहीं रूस ने इसे विनाशकारी बताया है। अमरीका मुदरों को हटाने के लिए वैश्विक अभियान का नेतृत्व कर रहा है। रूस का कहना सभी को मिलकर वेनेएजुएला की मदद करनी चाहिए और देश को संकट से बाहर निकालने की योजना बनानी चाहिए। गौरतलब है कि वेनेजुएला में सत्ता संघर्ष चरम पर पहुंच गया है। विपक्ष के नेता जुआन गुइदो चीन को अपने पक्ष में करने के लिए बीजिंग यात्रा पर हैं। यदि गोइदो चीन को अपने पक्ष में करने में सफल हो जाते हैं तो इसे उनकी एक बड़ी जीत माना जाएगा।
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