आतंकी संगठन से संबंध के आरोप सीपीजे (कमिटी टू प्रॉटेक्ट जर्नलिस्ट) ने महमूद अबू जेद की रिहाई की पुष्टि करते हुए कहा कि पुरस्कार से सम्मानित पत्रकार पर आतंकी संगठन से संबंध और मर्डर के आरोप थे। शावकान के भाई ने रिहाई की खबर पर संतोष जताया। उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि अब वह जल्द ही रिहा हो जाएंगे। हालांकि, इस प्रक्रिया को पूरा होने में समय लगेगा। सजा को लेकर आम जनता भी विरोध कर रही है। वह कई जगहों पर सजा के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह लोकतंत्र के लिए खतरा है। इस तरह से मीडिया को दबाया जा रहा है।
प्रदर्शनकारियों की तस्वीर खींची थी सीपीजे ने कहा कि उनके लिए यह खुशी की बात है कि उन्हें अब रिहा कर दिया जाएगा। उनका दोष सिर्फ यही था कि उन्होंने प्रदर्शनकारियों की तस्वीर खींची थी। इस तरह के फैसले से हमें निराशा हुई है। उन्हें अपने काम के लिए इस तरह की यातना सहनी पड़ी है। हम प्रशासन से उनके जल्द से जल्द रिहा किए जाने की अपील करते हैं। शावकान के भाई मोहम्मद ने कहा, अभी भी वह पूरी तरह से आजाद नहीं हैं क्योंकि अगले पांच साल तक उन्हें पुलिस निगरानी में ही रहना होगा। शावकान को हर रोज शाम से पहले एक बार पुलिस थाने में हाजिरी लगानी होगी। हमारा परिवार इस फैसले को इजिप्ट की ऊपरी अदालत में चुनौती देगा।