भूकंप की तीव्रता 6.2 आंकी गई थी, भूकंप इतना तगड़ा था कि कई गांव और कस्बे पूरी तरह तबाह हो गए
रोम। इटली के मध्यवर्ती इलाके में कल आए भूकंप से मरने वालों की संख्या आज बढ़कर 250 हो गई। नागरिक सुरक्षा विभाग ने बताया कि स्थानीय अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार रिएति प्रांत में 190 से अधिक और अस्कोली प्रांत में 60 लोग मारे गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि मलबों से शवों को निकालने का काम अब भी जारी है। उधर, पेस्कारा देल रोंतो कस्बे में एक दस साल की बच्ची मलबे से जिंदा निकली है। रेस्क्यू में जुटी टीम ने जैसे ही देखा कि मलबे में दबी लड़की जिंदा है, तुरंत उसे निकालने में जुट गई। हैरान करने वाली बात ये है कि उसे कोई चोट नहीं आई। रेस्क्यू में शामिल एस्कोली पिसेनो के फायरफाइटर डैनिलो डियोनिसी ने कहा कि मलबे से लड़की का जिंदा निकलना खुशी की बात है। वो भी तब जब पूरा का पूरा कस्बा ही साफ हो गया हो।
वहीं नागरिक सुरक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक भूकंप के झटके तड़के उस समय महसूस किए गए जब अधिकतर लोग सो रहे थे। झटके महसूस होते ही लोग घरों से निकल कर सड़कों पर आ गये। भूकंप के झटके रोम से 170 किलोमीटर दूर पूर्व के कस्बों तथा गांवों में भी महसूस किए गए। प्रधानमंत्री मट्टेयो रेंजी ने कहा कि बुधवार की देर रात तक 368 घायल लोगों को अस्पतालों में भर्ती किया गया था। आधिकारियों ने कहा कि भूकम्प में मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है।
इससे पूर्व मध्य इटली के लाइक्विटा में 2009 में आए भूकम्प में 300 लोग मारे गये थे। इस बार के भूकम्प के और तेज झटके को देखते हुए पिछली बार की संख्या के पार कर जाने की संभावना भी जताई जा रही है। अंधेरे में राहत कार्याें में जुटे कर्मियों ने पेस्कारा डेल ट्रोंटो में एक घर के मलबे से एक 10 वर्षीय बच्ची को सुरक्षित निकाल लिया। वह लड़की 17 घंटे तक मलबे में फंसी रही थी। उस लड़की की तरह सभी लोग तकदीर वाले नहीं हैं।
भूकम्प से गंभीर रूप से प्रभावित अमाट्रिस में एक होटल जिसमें 70 यात्री ठहरे हुए थे, के मलबे से केवल सात शव निकाले जा सके हैं। आपात सेवा की ओर से जारी तस्वीरों और सोशल मीडिया पर जारी तस्वीरों में भूकंप से हुई तबाही का पूरा मंजर देखा जा सकता है। हर तरफ ध्वस्त इमारतों का मलबा बिखरा दिखायी दे रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भूकंप के कई झटके थोड़ी-थोड़ी देर पर आते रहे, जिससे कई इमारतें ध्वस्त हो गईं। भूकंप के झटकों से ध्वस्त इमारतों और घरों के मलबे में कइयों के दबे होने की आशंका जताई गई है और बचावकर्मियों को सुदूर स्थित गांवों और कस्बों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है।
भूकंप का केंद्र रोम से 170 किलोमीटर पूर्वोत्तर में उंब्रिया के नॉर्सिया में भूतल से मात्र 10 किलोमीटर नीचे था और भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित इलाकों में एमाट्रिस, एकुमोली और पेस्कारा डेल ट्रोंटो शामिल हैं। भूकंप तड़के 3.36 बजे आया। एमाट्रिस में तो अधिकांश कस्बे मलबे में तब्दील हो चुके हैं। एमाट्रिस के मेयर सर्जियो पिरोजी ने बताया कि आधा शहर उजड़ गया है। लोग अभी भी मलबे के ढेर में दबे हुए हैं। वहां अब एक भी मकान साबुत नहीं रह गया है। एमाट्रिस में अपनी दादी के साथ रह रहे चार और सात वर्ष के दो बच्चों को उनके घर के मलबे से जीवित निकाल लिया गया है। इटली के एकुमोली में भूकंप से घर ढहने से एक परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई।
महापौर सर्जियो पेरोजी ने कहा कि शहर के अंदरूनी और बाहरी सड़कें कट गई हैं। आधा शहर उजड़ गया है। मलबे के नीचे लोग दबे हैं। भूस्खलन हुआ है और पुल भी ढह गया है। पुलिस का कहना है कि पेस्कारा डेल ट्रोंटो गांव में दो लोगों की मौत हो गई है। इटली की सिविल प्रोटेक्शन एजेंसी ने भूकंप को गंभीर बताया है। प्रधानमंत्री कार्यालय का कहना है कि बचाव दलों को भूकंप से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्रों में भेजा गया है।