scriptजानिए कौन हैं नए कैग राजीव महर्षि, उनकी 10 खास बातें | who is the new CAG Rajiv Maharishi about to his 10 special points | Patrika News

जानिए कौन हैं नए कैग राजीव महर्षि, उनकी 10 खास बातें

locationनई दिल्लीPublished: Aug 31, 2017 10:56:00 pm

Submitted by:

Rahul Chauhan

केंद्र ने देश की शीर्ष नौकरशाही में बड़ा फेरबदल करते हुए पूर्व गृह सचिव राजीव महर्षि को भारत का नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) नियुक्त किया है।

rajiv maharshi
केंद्र की मोदी सरकार ने देश की शीर्ष नौकरशाही में बड़ा फेरबदल करते हुए पूर्व गृह सचिव राजीव महर्षि को भारत का नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) नियुक्त किया है। गौरतलब है कि इससे पहले राजीव महर्षि केंद्रीय गृह सचिव के पद पर तैनात थे। बुधवार को ही वह अपने पद से रिटायर हुए हैं। राजीव महर्षि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वस्त अधिकारी माना जाता है। इसलिए रिटायरमेंट के अगले ही दिन उन्हें एक बार फिर अहम जिम्मेदारी दी गई है। 
जानें उनके बारे में 10 महत्वपूर्ण बातें-

1- राजीव महर्षि को नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) बनाया गया है।
2- महर्षि राजस्थान कैडर के 1978 बैच के भारतीय प्रशासनिक अधिकारी हैं।
3- इससे पहले दो साल तक वे गृह सचिव रहे। गुरुवार को ही वे इस पद से रिटायर हुए।
4- गृह सचिव बनने से पूर्व, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सचिव स्तर पर किए गए पहले फेरबदल का हिस्सा रह चुके हैं राजीव महर्षि।
5- राजीव महर्षि को राजस्थान सरकार ने दिसंबर 2014 में राजस्थान का मुख्य सचिव नियुक्त किया था। तब महर्षि ने सीके मैथ्यु का स्थान लिया था, जो विधानसभा चुनावों के दौरान लम्बी छुट्टी पर चले गए थे।
6- राजस्थान में मुख्य सचिव बनने से पहले महर्षि केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर उर्वरक विभाग में सचिव थे।
7- राजस्थान में जब वसुंधरा राजे 2003 से 2008 के दौरान मुख्यमंत्री थीं तो महर्षि वित्त विभाग के प्रधान सचिव रहे थे।
8- राजस्थान की मुख्यमंत्री के साथ मिलकर महर्षि ने राज्य में श्रम सुधारों को लेकर काम किया था, जिसके बाद राजस्थान का बाजार व्यापार के लिए काफी खुल गया।
9- राजस्थान की राजे सरकार की महत्वाकांक्षी पहल सरकार आपके द्वार को शुरू करने के पीछे भी महर्षि की योजना ही मानी जाती है। इस पूरी यात्रा का रोडमैप भी उन्होंने ही तैयार किया।
10- महर्षि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बेहद करीबी माना जाता है। बताया जा रहा है कि इसी कारण उन्हें रिटायर होते ही कैग पद पर नियुक्ति दे दी गई।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो