सैंजी गांव मसूरी के फेमस कैम्टी फॅाल से 5 किमी.आगे पड़ता है।
यहां के लोगों के लिए शायद ये साधारण सी बात है लेकिन टूरिस्टों के लिए ये एक अलग ही अनुभव होगा।
गांव के लोग इन भुट्टों को गुच्छे में बांधकर घर की दिवारों में बांध देते हैं।
गांव वालों के अनुसार भुट्टों को दिवारों पर इसलिए बांधा जाता है ताकि ये अच्छे से सूख सके। सूखने के बाद इन्हें पीसकर आटा बनाया जाता है।
इस गांव को देखकर लगता है जैसे यहां खूबसूरत डिजायन बनाई गई हो।