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भारत में ऐसा भी भूकंप आया था जब सेस्मोग्राफ की सुईयां टूट गई थी, जानें 5 बड़े विनाशकारी भूचाल

locationनई दिल्लीPublished: Aug 06, 2018 12:46:08 pm

Submitted by:

Saif Ur Rehman

दुनिया में ऐसे भी भूकंप आए हैं जब जलजलों ने भारत में जमकर तबाही मचाई।

Earthquake

भारत में ऐसा भी भूकंप आया था जब सेस्मोग्राफ की सुईयां टूट गई थी, जानें 5 बड़े विनाशकारी भूचाल

नई दिल्ली। भूकंप का नाम आते ही लोगों के दिमाग में चीख पुकार, तबाही, मौत का मंजार जैसी तस्वीरें सामने आने लगती हैं। रविवार को इंडोनेशिया में जबदस्त भूकंप आया तो ऐसी तस्वीरें फिर से देखने को मिली। इस भूकंप में करीब 90 लोगों की जान चली गई। वहीं, 100 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7.0 थी। भारत में ऐसे ही जबदस्त भूकंप आए हैं जिन्होंने जमकर तबाही मचाई। आज हम आप को भारत में तबाही मचाने वाले 5 बड़े जलजलों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनमें भारी जनहानी हुई हो।
1.) 26 दिसंबर 2004 – हिंद महासागर

26 दिसंबर 2004 में सुबह 8:50 बजे दुनिया के सामने इस विनाशकारी भूकंप ने तांडव मचाया। भूकंप ने 23,000 परमाणु बमों के बराबर ऊर्जा निकाली। इससे उठी सुनामी लहरों ने भारत, श्रीलंका, थाइलैंड और इंडोनेशिया में जान माल को काफी नुकसान पहुंचाया। हिंद महासागर में 9.3 तीव्रता वाले भूकंप ने ढाई लाख से ज्यादा लोगों की जान ले ली। 17 लाख लोग विस्थापित भी हुए।
2.) 26 जनवरी 2001 – गुजरात
वर्ष 2001 में आया ये भूकंप कौन भूल सकता है। इस शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाई मचाई। मीडिया रिपोर्ट बताती है इस विनाशीकारी जलजले ने भयंकर तबाही मचा दी थी। इसमें कम से कम तीस हज़ार लोग मारे गए और तकरीबन 10 लाख लोग बेघर हो गए। भुज और अहमदाबाद पर भूकंप का सबसे अधिक असर पड़ा।

3.) 8 अक्टूबर 2005 – कश्मीर

8 अक्टूबर 2005 को 7.6 के तीव्रता वाले इस विनाशकारी भूकंप ने जमकर उत्पात मचाया। सुबह सुबह आए इस भूकंप के झटके भारत, अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान और चीन तक महसूस किए गए। भूकंप से कम से कम 88 हजार लोगों की जान चली गई। सबसे ज्यादा नुकसान पाकिस्तान में हुआ वहां करीब 87 हजार लोगों की मौत हुई। भारत में 1,350 लोग मारे गए।
4.) 15 जनवरी 1934 – बिहार, नेपाल
15 जनवरी 1934 को रात 2 बजकर 13 मिनट पर में 8.7 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 30, 000 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी । इस भूकंप को भयंकर भूकंप की श्रेणी में रखा जाता है। बिहार और भारत तो दूर, विश्व इतिहास में भी ऐसी तीव्रता वाले भूकंप कम ही रिकॉर्ड किये गये हैं।
5.) 15 अगस्त 1950 – असम

देश आजाद हुए तीन की साल बीते थे कि जश्न-ए-आजादी के दिन इस बड़े भूचाल की वजह से धरती डोल गई। 15 अगस्त 1950 में उत्तर-पूर्वी राज्य असम में भयानक भूकंप आया। इस भूचाल के बारे में कहा जाता है कि जलजला इतना तेज़ था कि सेस्मोग्राफ़ की सुईयां टूट गईं लेकिन सरकारी तौर पर रिक्टर स्केल पर इसे 9.0 तीव्रता का बताया गया।
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