महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे ने दीपावली के दिन बड़ा खुलासा किया। ठाकरे ने दावा किया कि उन्हें पता चला है कि यवतमाल में अवनि बाघिन को अनिल अंबानी की वजह से मारा गया है।
आतंक का पर्याय बन चुकी आदमखोर बाघिन अवनी का हुआ अंत, किया था 13 लोगों का शिकार
नई दिल्ली। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के मुखिया राज ठाकरे ने दीपावली के दिन बड़ा खुलासा किया। ठाकरे ने दावा किया कि उन्हें पता चला है कि यवतमाल में अवनि बाघिन को अनिल अंबानी की वजह से मारा गया है।
ठाकरे ने कहा कि उन्हें पता चला है कि यवतमाल में उद्योगपति अनिल अंबानी की एक परियोजना प्रस्तावित है। इसे ही पूरा कराने के लिए भाजपा-शासित महाराष्ट्र सरकार ने बाघिन का कत्ल करवाया। हालांकि ठाकरे के इन दावों को अंबानी की कंपनी और जिला प्रशासन ने खारिज कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अनिल अंबानी समूह के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी दी कि यवतमाल जिले में उनकी कोई परियोजना नहीं है। जबकि यवतमाल में जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने यह भी कहा कि जिस जगह पर बाघिन अवनि को मारा गया है, अंबानी समूह की प्रस्तावित परियोजना उससे काफी दूर है। बाघिन को मारे जाने के फैसले और इस परियोजना के बीच कोई ताल्लुक नहीं है।
बीते शुक्रवार को सरकार की ओर से लाए गए एक शिकारी ने बाघिन को मार दिया था। बीते दो सालों में पंढारकावड़ा जिले में अवनि बाघिन का आतंक था और माना जाता है कि इस आदमखोर ने 13 लोगों को मार दिया।
बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में ठाकरे ने कहा, “मुझे पता चला है कि अवनि को अनिल अंबानी की परियोजना बचाने के लिए मारा गया है। सरकार ने अपना विवेक अंबानी को बेच दिया है। मुझे मारे गए (बाघिन का शिकार) लोगों का दुख है। लेकिन यह दुनियाभर में होता है। जब लोग जंगल की जमीन पर अतिक्रमण कर लेते हैं तो जंगली जानवर इंसानों पर हमला करते हैं। बाघिन को मारने की जरूरत नहीं थी। उसे बेहोश भी किया जा सकता था।”
गौरतलब है कि आधिकारिक रूप से T1 के नाम से पुकारी जाने वाली बाघिन को मारे जाने की कार्रवाई की वन्यजीव संगठनों और जीव प्रेमियों ने काफी आलोचना की थी। यहां तक की केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने वीभत्स हत्या बताते हुए महाराष्ट्र सरकार को आड़े हाथों ले लिया था।