script‘सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा प्रियंका को गंभीर बीमारी है, जबकि वे खुद फ्रस्टेड मेंटेलिटी से ग्रस्त हैं’ | Subramaniam Swamy said Priyanka is a disease, while they themself suffers from frustrated mentality' | Patrika News

‘सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा प्रियंका को गंभीर बीमारी है, जबकि वे खुद फ्रस्टेड मेंटेलिटी से ग्रस्त हैं’

locationनई दिल्लीPublished: Jan 28, 2019 02:51:22 pm

Submitted by:

Anil Kumar

अपने एक बयान में सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा ‘प्रियंका गांधी वाड्रा को एक गंभीर बीमारी है। जो सार्वजनिक जीवन में अनुकूल और उपयुक्त नहीं है। उसको बाईपोलैरिटी (Bipolarity) कहते हैं, यानी उसका हिंसावादी चरित्र दिखाई पड़ता है।

'सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा प्रियंका को गंभीर बीमारी है, जबकि वे खुद फ्रस्टेड मेंटेलिटी से ग्रस्त हैं'

‘सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा प्रियंका को बीमारी है, जबकि वे खुद फ्रस्टेड मेंटेलिटी से ग्रस्त हैं’

नई दिल्ली। प्रियंका गांधी वाड्रा के औपचारिक तौर पर राजनीति में पदार्पण के बाद सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के नेता प्रियंका को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। इसी कड़ी में अपने बयानों के चलते हमेशा विवादों में रहने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने भी प्रियंका को लेकर एक आपत्तिजनक बयान दिया है। स्वामी के बयान के बाद से सियासी गलियों में विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल अपने बयान में स्वामी ने कहा ‘प्रियंका गांधी वाड्रा को एक गंभीर बीमारी है। जो सार्वजनिक जीवन में अनुकूल और उपयुक्त नहीं है। उसको बाईपोलैरिटी (Bipolarity) कहते हैं, यानी उसका हिंसावादी चरित्र दिखाई पड़ता है। लोगों को पीटती है। पब्लिक को पता होना चाहिए कि वह कब संतुलन खो बैठेगी, किसी को पता नहीं है।’

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क्या है बाईपोलैरिटी

आपको बता दें कि बाईपोलैरिटी को मैनिक-डिप्रेसिव बीमारी के रूप में भी जाना जाता है। यह एक ऐसी बीमारी है जो मस्तिष्क विकारों का एक समूह है। यह आपके मूड, ऊर्जा और कार्य करने की क्षमता में असामान्य बदलाव का कारण बनता है। बाईपोलैरिटी विकार के लक्षण गंभीर होते हैं। इसका परिणाम रिश्तों में दरार, काम करने या स्कूल के प्रदर्शन में दिखाई पड़ता है। यहां तक कि आत्महत्या जैसे परिणाम भी सामने आ सकते हैं। बाईपोलैरिटी दो अलग-अलग प्रकार के होते हैं- बाईपोलैरिटी- I और बाईपोलैरिटी-II। बाइपोलैरिटी-I एक ऐसी स्थिति को प्रदर्शित करता है जिसमें एक व्यक्ति कम से कम एक सप्ताह के लिए अवसाद और उन्मत्त की अवस्था में चला जाता है। वह इसका अनुभव कर भी सकता है और नहीं भी कर सकता है। जबकि बाईपोलैरिटी-II वर्तमान या फिर पिछले हाइपोमैनिक अवस्था की उपस्थिति को दर्शाता है। यह उन्माद या फिर अवसाद का थोड़ा कम गंभीर रूप है।

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बाईपोलैरिटी के लक्षण

बाईपोलैरिटी के तीन लक्षण होते हैं- मानिया, हाइपोमानिया और डिप्रेशन।

मानिया- मानिया से ग्रसित व्यक्ति काफी उत्तेजित हो जाता है। वह खुद को आवेगी, उत्साह और ऊर्जा से भरा हुआ महसूस करता है। मानिया असुरक्षित यौन संबंध और ड्रग्स के सेवन से होता है।

हाइपोमानिया- यह बाइपोलैरिटी-II से जुड़ा हुआ है। हालांकि मानिया के समान ही है। हाइपोमानिया से ग्रसित व्यक्ति को काम करने या पढ़ाई में मन नहीं लगता है, समाज में लोगों के बीच रहना पसंद नहीं आता है।

डिप्रेशन- इससे ग्रसित व्यक्ति को गहरी उदासी, निराशा, ऊर्जा की हानि महसूस होता है और अधिक देर तक सोते हैं।

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क्या प्रियंका को लेकर कभी ऐसे मामले सामने आए हैं?

बता दें कि प्रियंका गांधी वाड्रा सोनिया गांधी की बेटी हैं और वह कई वर्षों से सार्वजनिक जीवन में रही हैं। हालांकि राजनीति में प्रवेश इसी हफ्ते हुआ है। लेकिन आजतक ऐसा कोई भी मामला प्रकाश में नहीं आया है जिससे यह प्रमाणित होता हो कि प्रियंका बाइपोलैरिटी जैसे बीमारी से ग्रसित हैं। अब सुब्रमण्यम स्वामी के बयान में कितनी सच्चाई है यह तो जांच करने पर ही सामने आ सकता है। या फिर स्वामी ने किस तथ्य के आधार पर कहा है ये वही बता सकते हैं।

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मनोविज्ञानी मदन मोदी ने स्वामी को बताया बीमार

बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी के बयान पर उदयपुर के जाने-माने प्रसिद्ध मनोविज्ञानी मदन मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि स्वामी खुद भी बीमार हैं। उन्होंने आगे यह भी कहा कि स्वामी दयनीय मानसिकता (Pathetic Mindset) और फ्रस्टेड मेंटेलिटी यानी कुंठाग्रस्त मानसिकता से पीड़ित हैं।

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क्या है फ्रस्टेड मेंटेलिटी

बता दें कि फ्रस्टेड मेंटेलिटी का मतलब होता है ऐसा व्यक्ति जो अधीर हो या गुस्सा महसूस करता हो, क्योंकि वे अक्सर कमजोर होते हैं या फिर बहुत अच्छे नहीं होते हैं। इसके अलावे जो दुखी, कमजोर, असहाय, उदासी महसूस करते हैं और सहानुभूति या कभी-कभी सम्मान की कमी महसूस करते हैं, वे किसी भी बात पर ऐसी बात कहते हैं जो यह दर्शाता है कि वह कुंठा से ग्रसित है।

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स्वामी के ऐसे बयान जो फ्रस्टेड मेंटेलिटी को दर्शाता है

बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी ने ऐसे कई बयान दिए हैं जो फ्रस्टेड मेंटेलिटी को दर्शाता है। हाल ही में एक बयान में स्वामी ने सोनिया गांधी को पांचवीं पास बताया था। उन्होंने कहा था कि सोनिया एक झूठी महिला हैं और उनके पिता हिटलर की सेना में थे। इसके अलावे एक दूसरे बयान में स्वामी ने कहा था कि राजीव गांधी की हत्या से सबसे ज्यादा फायदा सोनिया गांधी को हुआ था। एक बयान में स्वामी ने कहा था मैं कभी सावरकर से जुड़े कार्यक्रमों में नहीं जाता, क्योंकि वे बुद्धू थे। सावरकर की नासमझी के कारण जवाहर लाल नेहरू को सबसे ज्यादा फायदा हुआ, जो एकदम एंटी हिंदू थे। अरुण जेटली को लेकर स्वामी ने कहा था कि कालेधन के मामले में मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई बार उपाय बताए कि वो राशि कैसे भारत आएगी। लेकिन वित्त मंत्रालय पहुंचते ही मेरा पत्र रद्दी में डाल दिया गया। इसकी वजह मंत्रालय में मौजूद वित्त मंत्री अरुण जेटली का घमंडी होना है। इसके अलावा उन्होंने कहा था कि लेनिन एक आतंकवादी था। लेनिन तो विदेशी है, एक प्रकार से आतंकवादी है। ऐसे व्यक्ति की हमारे देश में मूर्ति? उस मूर्ति को कम्युनिस्ट पार्टी के हेडक्वार्टर के अंदर रख सकते हैं और पूजा करें। स्वामी ने राहुल गांधी के संबंध में कहा था कि उन्हें डोप टेस्ट कराना चाहिए, क्योंकि वे कोकीन का नशा करते हैं।

 

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