विशेष रूप से प्रशिक्षित कमांडो नियुक्त करने के दिए गए है निर्देश
दरअसल हाल ही स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और केदारनाथ मंदिर पहुंचे मोदी के अकेले की तस्वीरें सामने आई हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हाल ही में जब मोदी केदारनाथ गए थे तब एसपीजी जवान लोगों को कैमरे के सामने से हटा रहे थे। माना जा रहा है कि मोदी की सुरक्षा को लेकर भी एसपीजी जवान ऐसा कर रहे हैं ताकि प्रधानमंत्री के आसपास ज्यादा भीड़ न हो। सूत्रों के मुताबिक, एसपीजी निदेशक को मोदी की सुरक्षा में विशेष रूप से प्रशिक्षित कमांडो लगाने को कहा गया है जो टीवी कैमरों के सामने कोई अवरोध न आने दें और इस दौरान उनकी सुरक्षा से भी कोई समझौता न हो।
बीच में न हो कोई दिवार
दरअसल एसपीजी कमांडो कानून के तहत प्रधानमंत्री के चारों तरफ मानव दीवार बनाते हैं। मगर नरेंद्र मोदी इसमें यकीन नहीं करते और वह लोगों से सीधे मुखातिब होते हैं। संवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोई अवरोध स्वीकार्य नहीं है। जनता और अपने मंत्रियों से बातचीत में सुरक्षा को भी मोदी आड़े नहीं आने देना चाहते हैं।
जब एसपीजी को लगी थी फटकार
अगस्त 2014 में जन-धन योजना के उद्घाटन समारोह के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिससे मोदी एसपीजी पर भड़क उठे थे। तब यह वाकया सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। हुआ यह कि जब प्रधानमंत्री विज्ञान भवन में अपनी कार से उतरे तो मीडिया के कैमरे उनकी ओर मुड़ गए। वित्तमंत्री अरुण जेटली उस समय प्रधानमंत्री की अगवानी के लिए मौजूद थे। मगर एसपीजी कमांडो के सुरक्षा घेरे की वजह से अगवानी का यह पूरा दृश्य कैमरों में कैद नहीं हो सका। प्रधानमंत्री इस पर नाराज हो गए और उन्होंने एसपीजी से तत्काल कैमरों के सामने से हटने को कहा।